सहारा को ना मिला कोई सहारा दो हॉस्पिटल हुए सील एक पर लगा जुर्माना
अपिंजीकृत चिकित्सकों को प्रशासन ने दिखाए तीखे तेवर, कई अस्पतालों पर गिरी गाज
अज़हर मलिक
उधमसिंह नगर में कुछ चिकित्सक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। आलम है की बढ़ती चिकित्सकों की मनमानी लोगों के लिए सिर दर्द बनी हुई है। उधर टेडे चिकित्सकों को सीधा करने के लिए अब प्रशासन ने कमान संभाल ली है। प्रशासन ने आज चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाई करते हुए कई अस्पतालों के खिलाफ एक्शन लिया है।
उधम सिंह नगर जिले के जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर क्षेत्र में चल रहे हॉस्पिटलों की शिकायत पर आज एसडीएम तहसीलदार नगर स्वास्थ्य अधिकारी व नगर स्वास्थ्य मुख्य अधिकारी की टीम ने नगर क्षेत्र में छापामारी अभियान चलाकर कई हॉस्पिटलों में छापेमारी की, जिसमें कई प्रकार की अनियमितताएं पाई, जिसमें मुरादाबाद रोड स्थित सेवा अस्पताल में ओटी मेंं गंदगी और अस्पताल में अन्य प्रकार की अनियमितताएं के चलते हैं ₹25000 का टीम ने जुर्माना डाला। इसी के साथ ही अलीगंज रोड स्थित सहारा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को भी टीम ने पंजीकरण न हो ने के चलते सीज़ कर दिया। इसी के साथ ही जसपुर रोड पर ग्राम मिक्सरवाले के सामने बिना नाम के अस्पताल चल रहा था और उसने स्टाफ भी अनट्रेंड पाया गया, जिसको टीम ने सीज़ कर दिया। आज ताबड़तोड़ इस कार्रवाई से अन्य हॉस्पिटलों में हड़कंप मच गया टीम ने कहां की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। एसीएमो डॉ तपन शर्मा कहना है की सहारा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल पंजीकरण न होने का मामले पर कार्यवाई की गई है और सेवा अस्पताल में अनियमितता पाए जाने के बाद अस्पताल से जुर्माना वसूला गया है जबकि बिना नाम के अस्पताल के पास न पंजीकरण है और चिकित्सक होने के बाद अस्पताल को सीज किया गया है।
डॉक्टरों का भगवान का दूसरा रूप कहां जाता है, लेकिन डॉक्टर के प्रोफेशन को बदनाम करने , उनके पवित्र दामन पर दाग लगाने और चंद्र पैसों के लालच में मेडिकल लाइन में कुछ बिजनेसमैन माइंड के लोग आने लगे है, जो अपने पैसों के दम पर हॉस्पिटल के नाम की बड़ी बड़ी बिल्डिंग खड़ी कर देते हैं या तो यह हॉस्पिटल संचालक ऑन कॉल डॉक्टर को मरीजों का इलाज कराते हैं या फिर झोलाछाप डॉक्टरों को रखकर मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं ऐसे मामले समय-समय पर हमारे सामने उजागर होते रहते हैं,