राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी की प्रतियोगिता
अज़हर मलिक
काशीपुर राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी की प्रतियोगिता में दक्ष बनाने का मानक प्रशिक्षण देने वाली मिनरो शूटिंग स्पोर्ट्स एकेडमी में पिछले पखवाड़े भर से रामनगर रोड स्थित स्टेडियम चौराहे के पास बच्चों को मानक अनुरूप दक्ष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एकेडमी के डायरेक्टर एशिया चैम्पियन वैडलिफ्टर राजीव चौधरी ने बताया कि इस 10 मीटर शूटिंग रेंज में ओलंपिक मानक के राइफल और पिस्टल के अलावा दक्ष प्रशिक्षक भी हैं। जिनकी निगरानी में निशानेबाजी कोर्स में दाखिला लेने वाले सधे निशानेबाज बनाए जाएंगे।
राज्य अंतरराष्ट्रीय इंटर कॉलेज इंटर स्कूल, खेलों में खिलाड़ी भाग लेंगे। एकेडमी के डायरेक्टर मिंटू चौधरी ने बताया कि शूटिंग के खिलाड़ी को आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, बीएसएफ, पुलिस अन्य डिफेंस में खेल कोटे से भर्ती होते हैं। इसीलिए इस शूटिंग एकेडमी का उद्घाटन किया गया हैए ताकि जो प्रतिभाशाली बच्चे हैं उन्हें सही प्लेटफॉर्म मिल सके। उन्होंने महिलाओं के सम्बंध में कहा कि जिस क्षेत्र में उनको आगे बढ़ना है बढ़ें और बेहतर करें। हम किसी से कम नहीं है।
उत्तराखंड भारत का ऐसा राज्य हैए जहां कई स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेल को बढ़ावा दे रही है और अब उत्तराखंड में खिलाड़ियों के लिए बेहतर भविष्य की संभावनाओं की उम्मीद जग रही है। राजीव चौधरी ने बताया कि शूटिंग रेंज को आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया गया है। उन्होंने कहा कि 10 मीटर वाले शूटिंग रेंज में िऽलाड़ी राइफल और पिस्टल से 10 मीटर दूर लगे लक्ष्य पर निशाना साधने का अभ्यास करेंगे। एकेडमी में िऽलाडियों को शूटिंग से जुड़ी तमाम सुविधा मुहैया कराई गई है ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले निशानेबाजी की प्रतियोगिता में खिड़ानी सफलता के परचम लहराने वाले खिलाडियों की संख्या बढ़ेगी। इसके लिए दो दक्ष प्रशिक्षक आकाश व मानसी लगाए गए हैं।
कोच के रूप में यहां ओलम्पिक व इंटरनेशनल शूटर दिल्ली व उत्तराखंड के अध्यक्ष जसपाल राणा व 10 मीटर में ओलम्पिक व एशिया चैम्पियन सौरभ चौधरी खिलाडियों को शूटिंग की बारीकियों से अवगत कराएंगे। शूटिंग रेंज को डे.नाइट दोनों शिफ्ट के लिए तैयार किया गया है।
सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक एकेडमी खुली रहेगी। उन्होंने बताया कि राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने वाले निशानेबाज भी समय.समय पर एकेडमी में आकर खिलाडियों का हौसला अफजाई करेंगे।
नामांकन लेने वालों के लिए उम्र की वाधा नहीं रखी गई है। 12 साल से अधिकतम आयु वर्ग की कोई भी महिला या पुरुष इसका हिस्सा बन सकते हैं। इसके लिए सिर्फ उन्हें शूटिंग रेंज की जरूरी प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके लिए संस्थान द्वारा शुल्क निर्धारित किया गया है।