काशीपुर की मेयर सीट पर दावेदारी का सस्पेंस उषा चौधरी का दबदबा रहेगा बरकरार या चमकेगा कोई नया सितारा?
अज़हर मलिक
उत्तराखंड की राजनीति का केंद्र बनी काशीपुर की मेयर सीट इस बार नए समीकरणों का अखाड़ा बन चुकी है। जिस सीट पर वर्षों से भाजपा का दबदबा रहा, वह अब एक बड़े उलटफेर की ओर बढ़ रही है। इस बार यह सीट सामान्य घोषित होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
सवाल बड़ा है ? क्या उषा चौधरी, जो भाजपा की मजबूत नेता मानी जाती हैं और इस सीट पर कई बार जीत का परचम लहरा चुकी हैं, इस बार भी भाजपा का चेहरा होंगी? या भाजपा काशीपुर की राजनीति को नया मोड़ देते हुए किसी नए चेहरे को मैदान में उतारेगी?
इस सस्पेंस भरी राजनीति के बीच दीपक बाली और राम मल्होत्रा जैसे नाम भी चर्चा में हैं, लेकिन “इस सस्पेंस के पिटारे के ताले की चाबी हाई कमान के हाथों में है।”
अब देखना यह होगा कि भाजपा पुराने विश्वास पर भरोसा करती है या राजनीति का नया चेहरा काशीपुर की मेयर सीट पर उभरेगा। हाई कमान का यह फैसला सिर्फ भाजपा के लिए नहीं, बल्कि उत्तराखंड की राजनीति के भविष्य को भी तय करेगा।