Kashipur dhela : काशीपुर में कुदरत का कहर लगातार जारी है, लगभग आधा दर्जन मकान ढेला नदी के आगोश में आकर नष्ट नाबूत हो गए लेकिन जिम्मेदार चुने हुए जनप्रतिनिधि भी कोई शुद्ध ले नहीं रहे खानापूर्ति के लिए लोगों के बीच जाकर अपने दफ्तर ऑफिस में बैठ गए, बस लोगों के बीच लोगों के दर्द सजा कर रहे हैं पूर्व पार्षद अब्दुल कादिर लेकिन उनकी भी कोई सुनने को तैयार नहीं ना ही नहीं चुने हुए जन्म प्रतिनिधि नहीं कोई जिम्मेदार अधिकारी
आप को बता दे की आज फिर बारिश से रात ढेला बस्ती में एक मकान का लेटर और गिर गया है अब तक ढेला बस्ती में यह छठा मकान गिरा है इस आपदा के समय में पिछले 1 महीने से साये की तरह मधुबन नगर व रहमत नगर की जनता के साथ खड़े रहने वाले पूर्व पार्षद अब्दुल कादिर ने जानकारी देते हुए
बताया कि सुबह सूचना मिली थी की बत्ती में एक मकान का लेटर और गिर गया है तत्काल मौके पर पहुंचकर पूर्व अब्दुल कादिर ने मौका मुआयना किया तथा उनके द्वारा बताया गया कि मकान गिरने की सूचना प्रशासन तहसीलदार युसूफ अली जी को दे दी गई है !
पूर्व पार्षद अब्दुल कादिर में आरोप लगाया कि धामी सरकार पिछले 1 महीने से सब कुछ होता हुआ देख रही है मकान गिर रहे हैं नागेश्वर मंदिर पूर्णता क्षतिग्रस्त हो गया है उसके बाद भी धामी सरकार इन घटनाओं का आनंद ले रही है जबकि अभी तक भविष्य में होने वाले जान माल के नुकसान को बचाने के लिए शासन स्तर से सुरक्षा दीवार का कार्य है हो जाना चाहिए था पता नहीं सरकार इतनी असंवेदनशील क्यों है !

आखिर सरकार यहां पर सुरक्षा दीवार क्यों नहीं बनना चाहती क्यों मकान को गिरता हुआ देख रही है ! जल्द ही पक्की पिचिंग का कार्य शुरू नहीं कराया गया तो जनता को लेकर सड़कों पर उतर जाएगा !