पत्रकार सलीम अहमद साहिल की खबर का बड़ा असर स्कूल वाहन चालक का लाइसेंस सस्पेंड
सलीम अहमद साहिल
रामनगर : पत्रकार सलीम अहमद साहिल की एक रिपोर्ट ने न सिर्फ जिम्मेदारी का अहसास दिलाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि सच्चाई और ईमानदारी से की गई पत्रकारिता समाज में बदलाव ला सकती है।
सलीम अहमद साहिल ने अपनी खबर में खुलासा किया कि कैसे स्कूल वाहनों में बच्चों को ठूस-ठूस कर भरा जा रहा था। यह दृश्य केवल बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं था, बल्कि यह एक ऐसी लापरवाही थी, जो न केवल वाहन संचालकों के लालच का नतीजा थी, बल्कि स्कूल मालिकों और अभिभावकों की भी उतनी ही बड़ी गलती थी।
यह चौंकाने वाली बात थी कि कैसे कुछ स्कूल संचालक और वाहन चालक अपने फायदे के लिए बच्चों की सुरक्षा को ताक पर रखकर उन्हें खतरे में डाल रहे थे। उनकी आंखों में सिर्फ एक ही चीज थी – पैसे की ललच, जो बच्चों के जीवन से कहीं ऊपर था। और वहीं, परिवहन विभाग के अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़े हुए थे, जैसे यह सब कुछ उनका काम न हो।
लेकिन, पत्रकार साहिल अहमद सलीम ने अपनी जिम्मेदारी समझी और इस घातक खेल को उजागर किया। उनकी खबर के बाद, परिवहन विभाग ने हरकत में आकर उस वाहन चालक का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया, जिसने बच्चों की जान को खतरे में डाला था। यह कार्रवाई एक अहम कदम है, जो दिखाता है कि अगर जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभाई जाए, तो बदलाव संभव है।
यह खबर न सिर्फ एक साहसी पत्रकार की सूझबूझ को उजागर करती है, बल्कि यह भी हमें याद दिलाती है कि हर व्यक्ति की भूमिका अहम है – चाहे वह स्कूल संचालक हो, अभिभावक हो, या फिर परिवहन विभाग के अधिकारी। अगर हम सभी अपने फर्ज को सही तरीके से निभाएं, तो बच्चों की सुरक्षा और उनकी जिंदगी को कभी खतरा नहीं होगा।