बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे पर सीडीओ अनामिका का सख्त एक्शन, नैनीताल में कुक्कुट उत्पादों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध
सलीम अहमद साहिल
निकटवर्ती राज्य और ऊधम सिंह नगर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद नैनीताल जिले में खतरे की घंटी बज चुकी है। संक्रमण को रोकने के लिए मुख्य विकास अधिकारी अनामिका ने गुरुवार को आपात बैठक बुलाकर कड़े और तात्कालिक निर्णय लिए, जिनमें सबसे बड़ा कदम—कुक्कुट उत्पादों के आवागमन पर तत्काल रोक—शामिल है।
ऊधम सिंह नगर और उत्तर प्रदेश से सटे नैनीताल जिले में बर्ड फ्लू संक्रमण के संभावित प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन हाई अलर्ट पर है। सीडीओ अनामिका की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में हुई आपात बैठक में एक सप्ताह तक जिले में किसी भी प्रकार के कुक्कुट पक्षी, अंडे और कुक्कुट मांस के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। यह आदेश 14 अगस्त से प्रभावी होगा और स्थिति के आधार पर आगे बढ़ाया जा सकता है।
सीडीओ अनामिका ने कहा—
“संक्रमण का खतरा बेहद गंभीर है। एक भी लापरवाही जिले को भारी नुकसान पहुँचा सकती है। सभी विभाग सतर्क रहें, आदेश का पालन अनिवार्य है।
बैठक में तय किया गया कि—
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी संवेदनशील क्षेत्रों, पोल्ट्री फार्मों और जलाशयों में रोजाना सैंपलिंग और निगरानी करेंगे, जिसकी रिपोर्ट सीधे जिला प्रशासन को दी जाएगी।
पुलिस व परिवहन विभाग सीमाओं पर चेक पोस्ट लगाकर प्रतिबंधित सामग्री के प्रवेश को रोकेंगे।
सभी पोल्ट्री फार्म संचालकों को बायो-सिक्योरिटी प्रोटोकॉल जैसे कीटाणुशोधन, सीमित बाहरी प्रवेश, सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग और मृत पक्षियों का सुरक्षित निस्तारण सुनिश्चित करना होगा, उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी।
वन विभाग जलाशयों और पक्षी विहारों में निगरानी रखेगा और असामान्य पक्षी मृत्यु पर तुरंत CVO को सूचित करेगा।
नगर पालिका परिषदों और जिला पंचायत को सफाई, अपशिष्ट निस्तारण और जीवाणुनाशक छिड़काव तेज करने के निर्देश दिए गए।
जनजागरूकता अभियान के तहत लोगों से अपील की गई है कि कच्चे या अधपके पोल्ट्री उत्पाद न खाएं और अफवाहों पर ध्यान न दें।
सीडीओ अनामिका ने स्पष्ट चेतावनी दी कि आदेशों के उल्लंघन पर कठोर कानूनी कार्रवाई होगी और एक सप्ताह बाद स्थिति की समीक्षा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
बैठक में जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।