सफाई के नाम पर मौत को दावत! उधम सिंह नगर और रामनगर में जिम्मेदारों की लापरवाही ने सड़क को बना दिया जानलेवा
काशीपुर/रामनगर : जनपद उधम सिंह नगर और रामनगर में सिंचाई विभाग की लापरवाही अब लोगों की जान पर बन आई है। विभाग द्वारा क्षेत्र में सफाई कार्य तो शुरू करवा दिए गए हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में नियमों की जिस तरह धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वह हैरान करने वाली है।
दरअसल, सफाई के नाम पर कटर मशीनों से भारी मात्रा में झाड़ियों को काटकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लादा जा रहा है। लेकिन ये ट्रॉलियां ओवरहाइट भरी जा रही हैं, जिससे न केवल ट्रैफिक बाधित हो रहा है बल्कि सड़कों पर चलने वाले आम लोगों की जान भी जोखिम में डाल दी गई है।
स्थिति ये हो चुकी है कि कुछ लोग चंद पैसों के लालच में सुरक्षा की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं। न तो उन्हें खुद की जान की चिंता है और न ही रोड पर चलने वाली आम जनता की जान की परवाह, झाड़ियां तुमड़िया डैम मछली काटा और भोगपुर तुमड़िया डैम से कटर मशीनों से काटकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ओवरलोड और ओवरहाइट भारी जाती है। इन मौत के वाहनों के ऊपर लोग बैठकर प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए उधमसिंहनगर के प्रशासन को चुनौती देते हुए उत्तराखंड की सीमा सुरक्षा को तार तार करते हुए उत्तर प्रदेश मे प्रवेश कर ठाकुरद्वारा तक ले जाया जा रहा है, लेकिन कहीं कोई रोकने-टोकने वाला नहीं।
सवाल यह उठता है कि क्या सिंचाई विभाग ने सिर्फ ठेकेदारों को काम सौंपकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है? क्या अधिकारी अब यह नहीं देखते कि उनके कार्यों के नाम पर कैसे सड़क सुरक्षा ताक पर रखी जा रही है?
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगी तो कोई बड़ी दुर्घटना किसी भी दिन घट सकती है। अफसोस इस बात का है कि जिन अधिकारियों को निगरानी रखनी चाहिए, वे अपनी कार्यशैली से यह संदेश दे रहे हैं कि उन्हें जनता की जान की कोई परवाह नहीं।
अब सवाल ये है — आखिर ठेकेदारों को इतनी छूट क्यों दी जा रही है? क्या जान से बड़ा है ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरा कुट्टी का बोझ? क्या किसी बड़ी अनहोनी के साथ अचानक जाग उठेंगे जिम्मेदार लेकिन उस अनहोनी का फिर कौन होगा जिम्मेदार?