जंगल के अंदर गैरवानीकी कार्य करने वालो को डीएफओ का मुंहतोड़ जबाब हो गई कार्यवाही
अज़हर मलिक
Forest department Uttarakhand : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जंगलों के अंदर अवैध अतिक्रमण पर रोक लगाने के लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को लगातार निर्देश देते आ रहे हैं ।
लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री धाकड़ धामी के निर्देशों को कभी जमीन पर उतार ही नही पा रहे हैं लेकिन रामनगर की तराई पष्चिमी डिवीजन में तैनात डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य मुख्यमंत्री धाकड़ धामी के निर्देशों को जमीन पर उतार कर लगातार कार्यवाही करते नजर आ रहे हैं।
डीएफओ की कार्यवाही की कलम नदियों का सीना चीरने वाले खनन माफियाओं से लेकर रोडो पर चल रहे अवैध खनन के वाहनों पर लगातार चल रही है उसके साथ ही वन गुर्जर भी अब डीएफओ की कार्यवाही से अछूते नही है।
ताजा माला बीती रात्रि का है जब डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य को सूचना मिली की तराई पष्चिमी डिवीजन की आमपोखरा रेंज तुमड़िया खत्ता प्लाट नम्बर 14 में मो० सफी पुत्र मुन्ना ने जंगल के हरे पेड़ो को उजाड़कर लगभग 4 हेक्टेयर वन भूमि पर अतिक्रमण की भूमि में लगी फसल में ट्रेक्टर से धान की मसीन चलाई जा रही है।
सूचना मिलते ही डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के निर्देशानुसार एस०डी०ओ संदीप गिरी के नेतृत्व में रेंजर आमपोखरा पुरन सिंह खनायत अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुँचे जहाँ कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के वन गुर्जरो ने वन विभाग की इस कार्यवाही का विरोध भी भी किया लेकिन मौके पहुँचे अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी निष्पक्ष रूप से निभाते हुए ट्रेक्टर ओर धान निकालने वाली मसीन को अपने कब्जे में लेकर वन विभाग की चौकी में सुरक्षित खड़ा कर दिया।
आपको यह भी बताते चले कि आमपोखरा रेंज में स्थित हाथीडगर नाम से नया जोन भी बनाया गया है वन्यजीव बाहुक क्षेत्र में आता है ट्रेक्टर से चल रही मसीन कि भयानक आवाज से वन्यजीवो को भी परेशानी होती है। इसके साथ ही तुमड़िया खात्ते ओर कुमगाडार के वन गुर्जरों को विधिक सुनाई के बाद वेदखली के आदेश भी जारी कर गये हैं उसके वाबजूद भी ये लोग वन भूमि पर फसल उगाने वाली भूमि को छोड़ने को तैयार नही है। बीती रात्रि को हुई कार्यवाही से इन अतिक्रमणकारी वन गुर्जरों में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
वही डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं। कि वन्यजीवों की सुरक्षा और अतिक्रमणकारियो पर भी नजर रखने के लिए रात्रि को लगातार गस्त कराई जा रही है स्टाफ के द्वारा सूचना दी गई थी वन गुर्जर द्वारा रात के अंधेरे का फायदा उठाकर ट्रेक्टर से धान की मसीन चलाई जा रही है। मसीन कि तेज आवाज से वन्यजीवों को दिक्कत होती है।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँच कर टैक्टर ओर धान की मसीन को पकड़कर सीज कर दिया है साथ ही अतिक्रमणकारी वन गुर्जरों को कड़े शब्दो मे कहा कि अतिक्रमण की गई खेती की जमीन पर कोई भी अब फसल ना लगाए जो भी अब फसल लगाने का प्रयास करेगा उसके ऊपर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। ओर ये अभियान लगातार जारी रहेगा।