हमारी बेटियां अब डरेंगी नहीं हल्द्वानी में असुरक्षित स्थानों पर कार्रवाई का संकल्प
सलीम अहमद साहिल
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार हल्द्वानी के BLM स्कूल में महिला एवं बाल विकास विभाग नैनीताल द्वारा “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान के अंतर्गत एक विशेष संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य बालिकाओं को असुरक्षा से मुक्ति दिलाना और उन स्थानों को चिन्हित करना था, जहां वे खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं।
कार्यशाला में डिप्टी कलेक्टर ऋचा सिंह ने बालिकाओं से संवाद करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें अपना संपर्क नंबर साझा कर यह भरोसा दिलाया कि वे बिना किसी डर के अपनी समस्याएं सीधे उन्हें बता सकती हैं। उन्होंने बताया कि पिछली कार्यशालाओं में चिन्हित स्थानों पर संबंधित विभागों द्वारा कार्रवाई जारी है और जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सभी विभागों के लिए SOP भी जारी की जा चुकी है।
बालिकाओं ने बताई अपनी समस्याएं:
शहर के कई स्थानों पर शराब और नशे की वस्तुओं की बिक्री।
कुछ सुनसान इलाकों में स्ट्रीट लाइट न होने से असुरक्षा का माहौल।
लड़कों का झुंड दुकानों, होटल्स और ठेलों के पास खड़े होकर छेड़छाड़ करना।
बाइक और गाड़ियों की तेज रफ्तार और पीछा करने की घटनाएं।
बालिकाओं ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए
1. शराब की दुकानों और ढाबों की नियमित जांच।
2. स्ट्रीट लाइट और CCTV कैमरों की स्थापना।
3. नियमित पुलिस गश्त।
4. बालिकाओं के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग।
5. तेज रफ्तार वाहनों पर सख्त कार्रवाई।
बाल विकास अधिकारी शिल्पा जोशी ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी। बालिकाओं द्वारा चिन्हित स्थानों और समस्याओं की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी, जिससे कार्रवाई में तेजी लाई जा सके।
कार्यशाला में उपस्थित शिक्षिकाओं, बाल विकास सुपरवाइजर प्रियंका आर्या, प्रोबेशन कार्यालय की काउंसलर तबस्सुम, और अन्य अधिकारियों ने बालिकाओं का मार्गदर्शन किया।
इन कार्यशालाओं का मकसद बेटियों के लिए एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहां वे बिना किसी डर के अपने कदम बढ़ा सकें और समाज में समानता और सुरक्षा का अनुभव करें।