उत्तराखंड में ‘जहर’ का सफाया नैनीताल पुलिस ने नशे के सौदागरों के सपनों पर चलाया हंटर, 36 लाख की स्मैक के साथ तस्कर गिरफ्तार
सलीम अहमद साहिल
उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चलाए जा रहे “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन” के तहत नैनीताल पुलिस ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। एसएसपी नैनीताल प्रहलाद मीणा के कुशल नेतृत्व में लालकुआं पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने 36 लाख से अधिक कीमत की 122.26 ग्राम स्मैक बरामद कर एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई ने नशे के सौदागरों के हौसले पस्त कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, एसओजी प्रभारी संजीत राठौर के नेतृत्व में सुभाष नगर बैरियर पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल (यूके-01बीजी-1896) को रोका गया। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें सवार व्यक्ति जसवंत सिंह पुत्र जीत सिंह, निवासी लालपुर, गुरुद्वारा वाली गली, थाना किच्छा, उधमसिंह नगर, के कब्जे से 122.26 ग्राम अवैध स्मैक बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब ₹36,67,800 आंकी गई है।
गिरफ्तार तस्कर ने नशे का जाल फैलाने की साजिश रच रखी थी, लेकिन नैनीताल पुलिस की सतर्कता ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने तस्कर के वाहन को भी जब्त कर लिया है। एसएसपी प्रहलाद मीणा ने कहा कि नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। देवभूमि की पवित्रता को नशे का अड्डा बनाने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।
पुलिस की यह कार्रवाई यह साबित करती है कि उत्तराखंड में नशे के सौदागरों का सफाया करने का अभियान पूरी सख्ती के साथ चल रहा है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे नशे से जुड़ी किसी भी जानकारी को साझा करें और देवभूमि को नशा मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें। जसवंत सिंह जैसे तस्करों की गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि पुलिस नशे के खिलाफ छेड़ी गई इस जंग को आखिरी मुकाम तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।