रामनगर पुलिस ने नशे के सौदागरों के मखमली रास्ते पर बिछाई कानून की बारूद – 45 किलो गांजा बरामद एक गिरफ्तार
सलीम अहमद साहिल
रामनगर पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कानून की पकड़ से बड़ा कोई रसूख नहीं होता। नशा तस्करों के मखमली रास्ते पर कानून की बारूद बिछाते हुए पुलिस ने 45 किलो अवैध गांजा बरामद कर एक अभियुक्त को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। यह कार्रवाई “Drug Free Devbhoomi” अभियान के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल के आदेशों के अनुपालन में की गई।

जानकारी के अनुसार, अपर पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी रामनगर के पर्यवेक्षण में, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने यह बड़ी कार्रवाई अंजाम दी। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर ढेला पुल, मालधनचौड़ के पास चेकिंग के दौरान एक काले रंग की स्कार्पियो (UK18 G 7100) को रोका। तलाशी में वाहन से तीन कट्टों में भरा कुल 45 किलो गांजा बरामद हुआ, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹2.5 लाख बताई जा रही है।
पुलिस ने मौके से हरजीत सिंह पुत्र गुरवचन सिंह, निवासी उजाला अस्पताल के सामने, मानपुर थाना काशीपुर (जनपद उधमसिंह नगर) को गिरफ्तार किया। इस संबंध में एफआईआर संख्या 380/25, धारा 8/20/60 एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है।
कोतवाल सुशील कुमार ने पदभार ग्रहण करते ही साफ चेतावनी दी थी कि “रामनगर में नशे के सौदागर अब सुरक्षित नहीं रहेंगे। यदि किसी का आपराधिक इतिहास पाया गया तो उस पर गुंडा अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन नशा तस्करों ने इस चेतावनी को हल्के में लिया और फिर वही हुआ जो हर अपराधी के साथ होना तय है।
रामनगर पुलिस की इस मुस्तैदी भरी कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब नशे के कारोबार की जड़ें उखाड़ फेंकने का संकल्प सिर्फ नारा नहीं, बल्कि एक सख्त हकीकत बन चुका है। कोतवाली पुलिस की सतर्कता ने न केवल लाखों की अवैध खेप जब्त कर एक तस्कर को जेल भेजा, बल्कि क्षेत्र में यह संदेश भी दे दिया कि “जुर्म का अंत हमेशा सलाखों के पीछे होता है।
पुलिस टीम:
उप निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार
उप निरीक्षक सुनील धानिक
कांस्टेबल गोविन्द सिंह
कांस्टेबल कविन्द्र सिंह
कांस्टेबल मेघा चन्द्र