रामनगर अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार हुए युवक, खौफनाक छवि बनाने की थी साजिश!
सलीम अहमद साहिल
कहते हैं ना, जुल्म के रास्ते कितने भी मज़बूत और कातिलाना क्यों ना हो, लेकिन अंतत: जेल की काली कोठरी में ही जाकर रुकता है। कुछ ऐसा ही हाल रामनगर के इन युवकों का हुआ है, जिन्होंने अपनी खौफनाक छवि बनाने के लिए अवैध हथियारों का सहारा लिया था, लेकिन वे कानून के शिकंजे से बच नहीं पाए।
6-7 दिसंबर 2024 की रात को पुलिस ने रामनगर क्षेत्र में एक विशेष चेकिंग अभियान चलाया, और मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर चार युवक पकड़े गए, जिनके पास से 3 अवैध देशी तमंचे और 9 जिन्दा कारतूस बरामद हुए। इन युवकों का मकसद था—इलाके में अपनी दहशत फैलाकर डर के साए में अपनी पहचान बनाना।
पुलिस की गिरफ्त में आए ये युवक थे:
1. अनुज सिंह (19 वर्ष), चोरपानी शिवनगर कालोनी, रामनगर
2. योगेश सागर (19 वर्ष), लूटाबढ़, रामनगर
3. अंकुश (18 वर्ष), नई बस्ती पूछड़ी, रामनगर
4. राशिद (18 वर्ष), टाडा मल्लू, रामनगर
ये सभी युवक अपनी अवैध गतिविधियों से इलाके में भय का माहौल बना रहे थे। इनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे सिर्फ अपनी ‘साख’ बनाने के लिए अवैध हथियारों का डर दिखा रहे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि पुलिस की नजरें उन पर थीं।
इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि योगेश सागर पहले ही गैंगस्टर एक्ट में शामिल रहा है, और अनुज सिंह के खिलाफ भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं। जेल की हवा पहले भी ये युवक खा चुके थे, लेकिन अब पुलिस ने उन्हें फिर से सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी कर ली है।
बरामदगी:
04 अवैध देशी तमंचे
09 जिन्दा कारतूस
आपराधिक इतिहास:
1. अनुज सिंह – FIR NO 41/24, 249/23, 108/24
2. योगेश सागर – FIR NO 390/21, 70/23, 116/24 (गैंगस्टर एक्ट)
3. अंकुश – FIR NO 201/22, 498/23
रामनगर पुलिस ने इस कार्रवाई से यह साबित कर दिया कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों का कड़ा विरोध किया जाएगा। इस कार्रवाई ने अपराधियों के मनोबल को तोड़ा है और यह संदेश दिया है अपराधी ओर अपराध चाहे कितने भी बड़े क्यो ना कानून के हाथ अपराधियों के गले तक पहुँच जाते हैं।