नेपा के सीटकुल स्थित जमीन मे जो जंगल है वो कटर मशीनों का निवाला बन रहे है और जिम्मेदार मौन बैठे।
सलीम अहमद साहिल
उजड़ते जंगल मौज लेते माफिया परेशान होते वन्यजीव प्रदूषित होता पर्यावरण कटर मशीनों की आवाज़ से गूँजते जंगल जी हाँ सही पढ़ा आपने हम बात कर रहे है रामनगर और काशीपुर की सीमा पर स्थित हजारों हेक्टेयर नेपा के जंगलो की जो अब उत्तर प्रदेश के माफियाओ की बपौती बना चुके है नेपा के ये वो जंगल है जिनको अब सीटकुल प्रशासन के हवाले कर दिया गया है उन जंगलो मे खुलेआम कटर मशीने चल रही है हरे पेड़ो को काटा जा रहा है लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। आखिर किसके इशारे पर ये कटर मशीने नेपा के जंगल को उजाड़ रही है कौन है इसका जिम्मेदार। इस नफा के सीटकुल स्थित जमीन के जंगल के दोनों और एक बड़ी आवादी है। और उस आवादी पर अब वन्यजीवो का खतरा मंडराने लगा है। पैसे की भूख के आगे वन्यजीवो को कौन कर रहा है। बेघर कल खबर के माध्यम से बड़ा खुलासा हो सकता है।