हाथी डगर में टाइगर दर्शन का रोमांच, सैलानियों ने कहा स्वर्ग है ये जंगल!
अज़हर मलिक
जंगल की सुबह, पक्षियों की चहचहाहट और कोहरे की चादर के बीच जब सैलानी ‘हाथी डगर’ की ओर बढ़े, तो उन्हें शायद ही अंदाज़ा था कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे यादगार बनने जा रहा है। तराई पश्चिमी डिवीजन में स्थित हाथी डगर इको टूरिज्म ज़ोन में आज सुबह पहुंचे पर्यटकों के परिवार को जैसे ही सफारी शुरू हुई, कुछ ही मिनटों में टाइगर के दर्शन हो गए।
टाइगर को खुले जंगल में अपने सामने घूमता देखना, वह भी सुबह की ताजगी के बीच — एक ऐसा अनुभव था जिसे देखकर सैलानी खुशी से झूम उठे। लेकिन रोमांच यहीं नहीं रुका, इसके बाद उन्होंने नीलगाय, चीतल, जंगली हाथी, मोर और कई अन्य वन्य जीवों को बेहद करीब से देखा। बच्चों की आंखों में चमक और बड़ों के चेहरे पर मुस्कान – हर एक पल में प्रकृति का जादू था।
सैलानियों ने वन विभाग की व्यवस्थाओं की जमकर सराहना की। खासतौर से एंट्री गेट पर तैनात स्टाफ की विनम्रता, सफाई और सफारी में सुरक्षा का पुख्ता इंतज़ाम देख हर कोई खुश हो गया। पर्यटकों ने कहा कि “हाथी डगर में व्यवस्था इतनी सलीकेदार है कि यहां आकर ऐसा लगा जैसे जंगल में नहीं, किसी सुरक्षित प्राकृतिक स्वर्ग में आए हों।”
‘हाथी डगर’ केवल एक सफारी ज़ोन नहीं, बल्कि जंगल और इंसान के बीच एक सजीव संवाद है। यहां का शांत वातावरण, जीवंत वन्य जीवन और बेहतरीन प्रबंधन इसे उत्तराखंड के सबसे खास टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल करता है।