रामनगर मे ब्लॉक प्रमुख के दावेदारो के समीकरण क्या बिगाड़ सकती है पूर्व ब्लॉक प्रमुख बसंती आर्य
सलीम अहमद साहिल
उत्तराखण्ड मे पंचायत चुनाव का विगुल जोर सोर से बजा हुआ है और उसी को लेकर रामनगर की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा सहित निर्दलीय प्रत्याशी कमर कस कर चुनावी रणभूमि मे उतर चुके है क्षेत्र पंचयात सदस्यों का ताज किस किस के सर सजता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन रामनगर का ब्लॉक प्रमुख कौन ये बड़ा सवाल बन गया है राजनैतिक विशेषज्ञ रामनगर ब्लॉक प्रमुख के तीन प्रबल दावेदार माने रहे थे निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख रेखा रावत, विधायक दीवान सिंह बिष्ट की पुत्र बधु श्वेता बिष्ट, और पूर्व ब्लॉक प्रमुख की पत्नी मंजू नेगी मे दमदार टक्कर मानी जा रही थी लेकिन ये समीकरण उस समय बदल गए जिस समय निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख रेखा रावत ने चुनावी रणभूमि मे ना उतरने का फैसला किया और रामनगर से पूर्व ब्लॉक प्रमुख रही बसंती आर्या ने अपने गिरह क्षेत्र मालधन से क्षेत्र पंचायत सदस्य का नामांकन दाखिल कर ताल ठोक दी यहां आपको यह भी बताते चले की बसंती आर्य 2008 मे रामनगर की ब्लॉक प्रमुख रह चुकी है अब फिर से पूर्व ब्लॉक प्रमुख बसंती आर्य के अपने ग्रह क्षेत्र मालधन से चुनावी मैदान मे उतरने से चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल गए है मालधन चौड़ को बसंती आर्य का गढ़ माना जाता है।
अब फिर से रामनगर ब्लॉक प्रमुख के तीन दावेदार माने जा रहे है ब्लॉक प्रमुख के पहले प्रवल दावेदारो की अब नींद बसंती आर्य के मैदान मे आने से उड़ती नजर आ रही है। वही दूसरी और शांकरपुर भूल की सीट पर विधायक दीवान सिंह बिष्ट की पुत्र बधु श्वेता बिष्ट और पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी की बड़ी बहन नीमा नेगी के आमने सामने उतरने से ये हॉट सीट बन चुकी है। पिछली बार मंजू नेगी के हारने से संजय नेगी को बड़ा झटका लगा और वो ब्लॉक प्रमुख की दौड़ मे शामिल नहीं हो पाये थे अब पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी भी ब्लॉक प्रमुख की सीट के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है यही कारण है की संजय नेगी ने अपनी पत्नी मंजू नेगी को हिम्मतपुर डोटियाल से क्षेत्र पंचायत का नामांकन दाखिल फिर से मंजू नेगी को मैदान मे उतार दिया है ये वही सीट है जहाँ पिछले चुनाव मे मंजू नेगी को भाजपा की किरन रावत के सामने हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस बार फिर से इसी सीट से मंजू नेगी चुनावी मैदान मे उतरी है अब देखना होगा की हिम्मतपुर डोटियाल से जनता किसको जीत का ताज पहनती है।
लेकिन अगर किस्मत ने फिर एक बार बसंती आर्य का साथ दिया और वो फिर से क्षेत्र पंचायत सदस्य बनती है तो ब्लॉक प्रमुख की प्रमुख दावेदार भी मानी जा रही है क्योंकि मालधन क्षेत्र मे पांच क्षेत्र पंचायत सदस्यों की सीट है बड़ी सम्भावना है की मालधन के क्षेत्र पंचायत सदस्य बसंती आर्य के साथ ही खड़े दिखाई दे सकते है और रामनगर के अन्य ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस समर्पित क्षेत्र पंचायत सदस्य अपनी जीत दर्ज करा कर आते है तो एकबार फिर ब्लॉक प्रमुख रामनगर का ताज बसंती आर्य के सर पे सज सकता है।