सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवी संगठन à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ फॉर पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥‡à¤•à¥à¤¶à¤¨ ऑफ़ सिविल राइटà¥à¤¸ ने दस हज़ार रà¥à¤ªà¤ जà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¾ अदा करके बंदी को रिहा कराया

सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवी संगठन à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ फॉर पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥‡à¤•à¥à¤¶à¤¨ ऑफ़ सिविल राइटà¥à¤¸ ने दस हज़ार रà¥à¤ªà¤ जà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¾ अदा करके बंदी को रिहा कराया फै़याज़ साग़री  पराधीन सपनेहà¥à¤‚ सà¥à¤– नाहीं जेल में बंद होने वाले हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पर यह कहावत पूरी तरह चरितारà¥à¤¥ होती है जेल में कितनी भी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ चाक चौबंद हो जाà¤à¤‚, फिर भी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ तो बाधित रहती … Read more