एक शक और फिर बर्बरता की हदें पार कर गया एक पति जसपुर में नीमा देवी हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा, आठ घंटे में आरोपी गिरफ्तार
अज़हर मलिक
जसपुर के इमरतपुर गांव में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। एक पति ने पत्नी पर शक के चलते न सिर्फ झगड़ा किया, बल्कि उसे इतनी बेरहमी से मार डाला कि पुलिस भी वारदात की क्रूरता देख दंग रह गई। गुस्से में पहले कुकर और ईंट से हमला किया, फिर चाकू से गला, हाथ और पैरों के मुरे तक रेत डाले। लेकिन इस बार पुलिस उतनी ही तेज़ निकली — महज आठ घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
1 जून की सुबह 6:10 बजे कोतवाली जसपुर को सूचना मिली कि राहुल कश्यप ने रात में अपनी पत्नी नीमा देवी की हत्या कर दी और फरार हो गया है। कोतवाली प्रभारी जगदीश सिंह ढकरियाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ससुराल के कमरे में खून से सना शव फर्श पर पड़ा मिला। नीमा देवी के सिर पर भारी वस्तु से वार किया गया था और गर्दन, दोनों हाथों की कलाई और पैरों के मुरे चाकू से काटे गए थे। पूरा कमरा खून से सना था।
घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर मणिकान्त मिश्रा खुद जसपुर कोतवाली पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने तत्काल आरोपी की गिरफ्तारी और साक्ष्य संकलन के निर्देश दिए। फोरेंसिक टीम ने मौके से खून से सने साक्ष्य एकत्र किए। मृतका के पिता नन्हे सिंह की तहरीर पर राहुल कश्यप के खिलाफ धारा 103(1) बीएनएस में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक क्राइम निहारिका तोमर, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह और क्षेत्राधिकारी दीपक सिंह की देखरेख में पांच टीमें गठित की गईं। कुछ ही घंटों में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को जसपुर-गढ़ी हुसैन मार्ग से गिरफ्तार कर लिया। थाने लाकर उससे पूछताछ की गई, जहां उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
पूछताछ में सामने आया कि राहुल को अपनी पत्नी का प्लाई फैक्ट्री में काम करना पसंद नहीं था। वह उस पर शक करता था कि वह किसी अन्य पुरुष से संबंध रखती है। इसी बात को लेकर 31 मई की रात करीब 10 बजे दोनों के बीच झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान राहुल ने पहले कुकर से नीमा के सिर पर वार किया। जब वह चिल्लाने लगी तो ईंट मार दी। नीमा गिर पड़ी लेकिन शोर करती रही, जिसे चुप कराने के लिए राहुल ने उसके मुंह पर कई मुक्के मारे। जब वह अधमरी हो गई, तो चाकू से उसका गला रेत दिया। फिर दोनों हाथों की नसें और पैरों के मुरे तक काट डाले।
अभियुक्त की निशानदेही पर उसके घर से हत्या में प्रयुक्त धारदार चाकू, डेंट पड़ा कुकर, ईंट का टुकड़ा, खून से सना फर्श का टुकड़ा, और खून सने कपड़े बरामद किए गए। परिजनों ने गिरफ्तारी से पहले पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। पुलिस के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम और पंचायतनामा की प्रक्रिया पूरी की जा सकी।
पूरे मामले की तफ्तीश में जसपुर पुलिस की पांच टीमों ने तेजी से काम किया। इस ऑपरेशन में कोतवाली प्रभारी जगदीश सिंह ढकरियाल, फोरेंसिक प्रभारी सत्यप्रकाश रायपा, उपनिरीक्षक जावेद मलिक, धीरज टम्टा, रुचिका चौहान, हरीश आर्य, संजय सिंह और महिला कांस्टेबलों समेत कुल 16 सदस्यीय टीम शामिल रही। पुलिस की तत्परता और सटीक कार्रवाई ने एक बड़े हत्याकांड को जल्दी सुलझा दिया।