आखिर किसके इशारे पर चल रहा है ईंटों के वाहनों पर टैक्स चोरी का खेल
अज़हर मलिक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की कोशिश क्यों न कर रहे हो और अधिकारियों को कड़े निर्देश क्यों न दिए हो उसके बावजूद भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना लोहे के चने चबाना जैसा हो चुका है।
क्योंकि जिम्मेदार अधिकारियों की इशारों पर ही भ्रष्टाचार का खेल प्रदेश में खूब खेला जा रहा है हालांकि सचिवालय में बैठे प्रमुख सचिवों के कानों में बात नहीं पहुँचती।
लेकिन जनपद में बैठे अधिकारियों के संज्ञान में पूरा मामला होने के बाद भी भ्रष्टाचार का खेल नहीं रोक पाते हैं दरअसल जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर में इन दिनों ईंटों के वाहनों पर सेल टैक्स चोरी का खेल ख़ूब खेला जा रहा है और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ सरकारी टारगेट को ही पूरा किया जाता है वाणिज्य कर अफसर व सचल दल की संयुक्त टीमें छापेमारी की कार्रवाई के नाम पर सरकारी तेल भी खूब फूंकते हैं रोडो पर भौकाल काटती वाणिज्य व सचल दल की संयुक्त टीमें रोडो पर आसानी से दिख जाती है लेकिन इस सरकारी महकमे का भौकाल टेक्स चोरों पर उस समय फीका पड़ जाता है जब कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दिया जाता है।
लेकिन परदे के पीछे की हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है उत्तर प्रदेश में बैठे कुछ ईट माफियाओं के इशारे पर टैक्स चोरी का पूरा सिंडिकेट चल रहे हैं और इस सिंडिकेट में अधिकारियों की संलिप्तता बताई जा रही है उत्तर प्रदेश से ईंटों के वाहनों का बिल बन कर आता है। और ईंटों को बेचकर यहां से चले जाते हैं। वाहनों में ईंटों की गुणवत्ता और क्वांटिटी कम दिखाकर ई- बिल से बच जाते है। इतना ही नहीं अधिकारियों के इशारों पर और भी सेल टैक्स चोरी के बड़े खेल खेले जा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार भले ही इस समय वित्तिय जोखिम से गुजर रही है लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात से कोई फर्क नही पड़ रहा है।