गुरुद्वारे में गोलियां पंचायत के बीच दबंगई का अंत गिरफ्तारी पर
अज़हर मलिक
काशीपुर के गुरुद्वारे में 9 दिसंबर को पंचायत के दौरान माहौल अचानक हिंसक हो गया। विवाद सुलझाने के लिए बुलाई गई पंचायत देखते ही देखते जंग का मैदान बन गई। गुस्से और दबंगई के बीच गोलियों की गूंज सुनाई दी, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
इस फायरिंग का आरोप अनूप सिंह भुल्लर पर लगा, जिसने जान से मारने की नीयत से महेंद्र सिंह और गुरदीप सिंह उर्फ गोल्डी पर गोली चलाई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया। मुखबिर से मिली सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी को काशीपुर के टीला-कुंडा रोड से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के दौरान उसके पास से .32 बोर की अवैध पिस्टल और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया।
सीओ काशीपुर दीपक सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ जसपुर कोतवाली में मामला दर्ज था। उन्होंने यह भी बताया कि यह पूरी घटना पंचायत के दौरान भुल्लर फार्म के लोगों द्वारा दिखाई गई दबंगई का नतीजा थी, जिसने विवाद को हिंसक बना दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है।
गुरुद्वारे की पवित्र दीवारों के बीच गूंजती गोलियों की यह घटना जहां दबंगई और हिंसा की कहानी बताती है, वहीं यह सवाल भी खड़ा करती है कि क्या मामला यहीं खत्म होगा, या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश छिपी है? इसका जवाब पुलिस की जांच के बाद ही सामने आपाएगा।