दरोगा से ठगी का केस दर्ज किच्छा
अज़हर मलिक
किच्छा : ऊधमसिंहनगर जनपद के पुलभट्टा थाना क्षेत्र के रहने वाले ज्वालापुर थाने में तैनात दरोगा सोशल मीडिया के माध्यम से एक शातिर युवती के झांसे में आ गए।
युवती के खिलाफ जब फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज हुआ तो दरोगा की आंखें खुलीं की खुली रह गई और अपने आप को बचाने में लग गए। दरोगा जी से 10 लाख रुपये की डिमांड भी कर दी ओर न देने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दे डाली। मजबूरी में दरोगा जी कोर्ट की शरण मे पहुँचे।
फ़िलहाल अदालत के आदेश पर थाना पुलभट्टा पुलिस ने युवती सहित दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बरहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार किच्छा क्षेत्र अंतर्गत फ़िरोजपुर (बरी) के रहने वाले एवं ज्वालापुर में तैनात दरोगा ने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह हरिद्वार पुलिस में तैनात है। और वर्ष 2017 में सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान अर्चना निवासी यूपी से हुई थी।
उसने अपने आपको दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित बैंक में और अपने पिता को NTPC में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात बताया था। इसी दौरान उसने अर्चना से शादी की बात कही तो वो बहाने बनाने लगी। बताया कि मार्च 2021 में अर्चना को हिमाचल पुलिस ने आईटी एक्ट में गिरफ्तार कर लिया तब उसे उसकी असलियत का पता चला। यह भी पता चला कि वह शातिर है।
अपने प्रेमी और अन्य साथियों के साथ हिमाचल में फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाती है। एक साल तक वो सोलन जेल में भी बंद रही। अर्चना के भाई ने बताया कि उसकी 12 साल पहले ही शादी हो गई थी जिसे घर वालों ने अलग कर दिया था। अर्चना का इलाहबाद निवासी युवक और दून निवासी बस कंडक्टर से भी प्रेम प्रसंग चल रहा था जिसे उसने पिता बताया था वह उसका दोस्त है।
अब वह दरोगा से शादी करके सारे मुकदमो से बचना चाहती थी। उसका एक मुंह बोला भाई दरोगा को धमकी दे रहा है। उस पर गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली में धोखाधड़ी और जबरदस्ती वसूली के केस चल रहे हैं। अक्तूबर 2023 में अक्षय उर्फ दक्ष अग्रवाल ने फोन पर धमकी देकर 10 लाख रुपये मांगे और नहीं देने पर झूठे केस में फंसा देने की धमकी दी। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर अर्चना, अक्षय अग्रवाल, सौरभ के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।