जसपुर के नेताजी का कमाल कार्यालय खोलकर हुआ बुरा हाल
अज़हर मलिक
एक तरफ देश के अंदर लोकसभा चुनाव का मेला लगा हुआ था तो दूसरी ओर उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र में निकाय चुनाव का बाजार सजाया जा रहा था कुछ चुनाव लड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद तुरंत ही उत्तराखंड में निकाय चुनाव हो जाएंगे जिसके चलते लोगों के हमदर्द बनने की कोशिश की जाने लगी और जसपुर की जनता को खुश करने के लिए जगह-जगह कार्यालय भी खोले गए थे।
लेकिन मिली जानकारी के अनुसार कार्यालय खोलकर जनता को खुश करने वाले नेता जी की चला कि उनकी परेशानी का सबक बनने लगा है। निकाय चुनाव की अभी कोई मजबूत अपडेट नहीं।
और कार्यालय खोलकर नेताजी बुरे फंसते नज़र आ रहे हैं स्थानीय लोगों का कहना है की जो जनता से कई साल तक दूर रहा और अब चुनाव के टाइम पर जनता का हमदर्द बनने की एक झूठी कोशिश की जा रही है लेकिन उसे कोशिश में भी नेताजी बुरे फंस गए हैं। जसपुर की जनता ऐसे व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं करेगी जो अधिकारियों से खड़े होकर बात करने में सक्षम ना हो जसपुर की जनता पर परेशानी आती हो और उसे परेशानी में लोगों के बीच जो खड़ा ना होता हो जसपुर के अंदर मात्र एक ऐसा चेहरा वसीम सिद्दीकी है जो जनता की हर परेशानी में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा।
क्योंकि जनता के बीच शुरू से ही बिना चुनावी लालच के वसीम सिद्दीकी रहे हैं और जनता उन पर ही भरोसा करती है। और हमारा जसपुर का चेयरमैन वसीम सिद्दीकी ही होगा।