नेताजी का फिर खुला झूठ का पुलिंदा, परमिशन लेने वाले पहुंचे जब थाने
अज़हर मलिक
Jaspur news : जनपद उधम सिंह नगर की जसपुर की राजनीति इन दोनों थोड़ी अजीब गरीब होती हुई दिखाई दे रही है नेताजी अपने कर्मों से नहीं अपने झूठ की वर्णमाला से अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोशिश नेता जी की खराब होती जा रही है।
एक और मामला फिर जसपुर से सामने आया है जहां नेताजी ने पहले तो अच्छे काम के नाम पर खूब सुर्खियां बटोरी लेकिन जब पब्लिक के सामने हकीकत आए तो अब नेताजी की किरकिरी भी होती हुई दिखाई दे रही है। अब नेता जी के पास बैठने वाले लोग भी नेताजी से दिन प्रतिदिन दूर होने लगे हैं दरअसल मामला बीते दिन जसपुर में जलुस से जुड़ा हुआ है जहां हुजूर की शान में एक गुस्ताखी करने वाले के खिलाफ रैली निकालने की परमिशन से जुड़ा हुआ है
जहां जसपुर शहर इमाम आयूब नूरी, सूफी मतीन , मो.फेजान मो.असद ,शाहिद हुसैन ने परमिशन की थी, शान्तिपूर्ण तरीके से जुलूस को बिना राजनीतिक रंग से बचाकर निकल गया था लेकिन एक नेता ने मुस्लिम समुदाय के वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए एक राजनीति हथकंडा अपनाने की कोशिश की थी जहां लोगों के बीच जाकर नेताजी लोगों से बोलते हैं।
कि जुलूस की परमिशन मैंने ली थी और जुलूस बताओ कैसा रहा हुजूर कि शान में गुस्ताखी करने वाले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बस नेताजी की बातों में जसपुर की भोली भाली जनता फस्ती रही और शहर में नेताजी की चर्चा भी खूब हो रही थी लेकिन नेताजी की अच्छाई वाली चर्चाएं बुराई की चर्चाओं में तब बदल गई।
जब पुलिस की व्यवस्था से खुश होकर जसपुर में जुलूस की परमिशन लेने वाले शहर इमाम आयूब नूरी , सूफी मतीन , मो.फेजान मो.असद शाहिद हुसैन जसपुर कोतवाली पहुंचकर पुलिस का शुक्रिया अदा किया इसके बाद नेताजी की हकीकत पब्लिक के सामने आ गई और नेताजी से अब उनके हरदम साथ चलने वाले लोग भी दूरी बनाने लगे हैं और सोशल मीडिया पर भी नेताजी के लिए खूब टोल होता हुआ दिखाई दे रहा है इतना ही नहीं नेताजी को मुस्लिम समाज की खूब बुराइयां मिल रही हैं कुछ लोगों का तो कहना है कि जो हुजूर के नाम पर राजनीति करता हो तो उसे गिरा हुआ इंसान हमारे समाज में और कौन होगा।
बरहाल जो भी हो लेकिन जसपुर में नेताजी का सालों का बनाया हुआ साम्राज्य एक झूठ ने बखेसर कर रख दिया।