करोड़ो की संपत्ति लगाई दांव पर

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करोड़ो की संपत्ति लगाई दांव पर

शहाबुद्दीन अंसारी 

 

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भले ही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कुमार शास्त्री ने एक नारा देकर की, तुम मेरा साथ दो हम हिन्दू राष्ट्रीय देंगे ” नारे के बाद देश भर में प्रदर्शन हो रहें हैं. लेकिन इसी बीच उधम सिंह नगर के एक प्रसिद्ध डॉ ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कुमार शास्त्री को चेलेंज करते हुए देश को पहले ही हिन्दू राष्ट्रीय बताते हुए शर्त रख दी है. शर्त में अपनी करोडो की सम्पत्ति दाँव पर लगा दी है. इतना ही नहीं बल्कि अपने पूंजी का एग्रीमेंट और जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर कर दी है।

 

 

 

 

 

 

 

 

आपको बता दें कि उधम सिंह नगर के रुद्रपुर के विख्यात 83 वर्षीय डॉ. नारायणदास अदलखा ने एक ऐसा दावा किया है जो कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कुमार शास्त्री की मुहीम हिन्दू राष्ट्रीय बनाने वाले बयान को चेलेंज किया है. उन्होंने धीरेन्द्र शास्त्री वाले बयान पर कहा कि बनाने की जरूर उसे पड़ती है जो बना हुआ ना हो हिंदुस्तान सदियों से ही हिन्दू राष्ट्रीय है इसकी शोध उन्होंने अपनी 60 वर्षो की कड़ी रिसर्च के बाद की है. यदि रिसर्च कोई भी गलत साबित करता है तब उन्होंने अपनी करोडो की पूंजी दाँव पर लगा दी है. गलत साबित करने पर सारी पूंजी सरकार को दान दे देंगे. मामले को लेकर उन्होंने देश के सबसे बड़े कोर्ट सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है उसमें कई ऐसे बिंदु अंकित किये हैं।

 

 

 

 

सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में क्या कहा…….

 

 

 

 

83 वर्षीय डॉ. नारायणदास अदलखा ने प्रमाणित करता हूँ सत-धर्म (सनातन धर्म) की विश्व की रचना का मूल रूप नींव आधार साक्षात दर्शन है जो कि मैंने 1-ONE + TWO THREE = ॐ – 12 स्वर + 36 अक्षर + 26 Word व अंको में 84 लाख योनी की भगवान श्री कृष्णा जी व श्री राम जी की विश्व (सृष्टि) की रचना के सम्बन्ध में शोध (ज्ञान) प्राप्त किया है। जिसे प्रार्थी द्वारा पिछले 50-60 वर्षों से गहन मंथन किया जा रहा है तथा मेरे द्वारा अपनी उक्त शोध (ज्ञान) को भारतवर्ष के अनेक धर्मान्त गुरूओं व अन्य बुद्धीजीवी जन को अपनी शोध को प्रामाणित कर दिखाया है परन्तु किसी ने मुझ प्रार्थी को संतोषजनक उत्तर प्रदान नहीं किया है। लेकिन विश्व में किसी ने भी अंको की भाषा को नहीं आंका है और न ही शोध व ज्ञान प्राप्त किया है। ALL IN ONE = 789/786/789- देवलोक / ब्रहमांड / देवखण्ड = कल्पवृक्ष / परिजातबृक्ष / वटवृक्ष ॐ हरि-ॐ.जिसके सत्य को प्रमाणित कर रहा हूँ जो 1-A-ONE सत-धर्म (सनातन धर्म) का विश्व (सृष्टि) की रचना का मूल रूप नींव आधार साक्षात दर्शन है। आज सम्पूर्ण भारत ॐ एवं शिवलिंग की उत्पत्ति के रहस्य से अंजान है।अंक+स्वर+अक्षर = संस्कृत (स+स्कृ+त) = ABCD / WXYZ / 26/ GOD / DOG/ 26 भ्रमित विद्या अदभुत रहस्य कड़वा सच ही चमत्कार है। जिसकी शोध ज्ञान को -आज तक विश्व में किसी ने परमाणित नहीं किया है। जो विश्व की (सृष्टि) भारत माता की ब्रहम के ब्रहमांड में देवलोक देवखण्ड से भिन्न गुप्त भाषा है जो सत्-धर्म (सनातन धर्म) की पूर्ण न्याय पत्रिका गीता में भगवान श्रीकृष्ण जी व श्री राम जी का गौरव पूर्ण इतिहास (जन्म कुण्डली) लगभग 1 अरब 97 करोड़ 30 लाख 33 हजार 1 सौ 22 वर्ष पूर्व का मंत्रित एवं परमाणित रहस्य पूर्ण साक्षात दर्शन है।

 

 

 

 

 

 

डॉ. नारायणदास अदलखा ने कहा कि बागेश्वर धाम के बाबा धिरेन्द्र शास्त्री के द्वारा हिन्दू राष्ट्रीय बनाने वाले बयान पर कहा की देश सदियों से ही हिंदुस्तान देश हिन्दू राष्ट्रीय है उसे बनाने की जरूरत नहीं है.अपनी शोध को प्रमाणित कर सकता हूँ। यदि मेरी शोध (ज्ञान) गलत साबित होगी तो मैं अपनी लगभग 4 एकड़ भूमि ग्राम भूरारानी में खसरा नं. 117 118 को अर्थ दन्त स्वरूप प्रधानमंत्री राहतकोष में दे दूंगा जिसकी कीमत 5 से 6 करोड़ रूपये है एवं 21 लाख की FD की छायाप्रति भी संलग्न है जो न्यायालय दन्छ दे सकता है।

 

 

https://youtu.be/vseXvyWgRDs

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