भगवान राम के दरबार से टैक्स उधम सिंह नगर
भगवान राम के नारों को लेकर हमेशा से चर्चा में रहने वाली भाजपा के ही नेता अब भगवान राम के दरबार के पैसों पर नजर टिकाये हुए हैं, अब भगवान राम के दरबार से टैक्स वसूलने के लिए खुद भाजपा के मेयर लगे हैं, ये उन्ही भाजपा मेयर के दरबार के दरबारियों के बीच रखा गया प्रस्ताव है जहां सबसे अधिक भाजपा के ही पार्षद भी है, तो ऐसे में ये मुद्दा काफी अहम है कि आखिर भगवान राम के दरबार से टैक्स का प्रावधान कैसा, यही नहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस जबकि खुलकर राम दरबार की आय से टैक्स के खिलाफ है।
भाजपा के रुद्रपुर मेयर ने नगर निगम की बोर्ड बैठक में एसा प्रस्ताव रख दिया, जिसको लेकर अब भाजपा मेयर घिरते हुए दिखाई दे रहे है, दरअसल निगम की बोर्ड बैठक में रामलीला कमेटी द्वारा की जा रही आय पर टैक्स लेने का प्रस्ताव रखा गया है, जिसको लेकर बोर्ड ने संशोधन की मांग भी उठाई है, निगम बोर्ड की बैठक में रामलीला कमेटी की आय पर टैक्स को लेकर जहां कांग्रेस के किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने इसका विरोध जताया है वहीं मुख्य नगर अधिकारी का कहना है कि इस प्रस्ताव पर गहनता से चर्चा करते हुए अधिकारियों की टीम बनाकर टैक्स के प्रावधानों पर चर्चा की जाएगी। वहीं की मुद्दों को लेकर निगम बोर्ड की बैठक कई मायनों में हंगामेदार भी रही, बोर्ड में पूर्व के प्रस्तावों को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए कई पार्षदों ने नाराजगी भी जताई।
ये वोही बोर्ड की बैठक है जहां निगम के मुखिया और दरबारी भाजपा के ही है, और ये वही भाजपा के जनप्रतिनिधि है जो भगवान राम के नारों से चुनावी संग्राम में अपनी जीत भी दर्ज करते हैं, लेकिन अब उन्ही भगवान राम के उस दरबार से जहां भगवान राम की लीलाओं का मंचन होता है, वहां से भी टैक्स वसूली करने का प्रस्ताव रख रहे हैं, भले ही इस प्रस्ताव पर कांग्रेस ने पुरजोर तरीके से विरोध जताया है, और अधिकारियों ने नये तरीके से टैक्स का प्रावधान करने की बात रखी है, लेकिन रामलीला कमेटी से टैक्स को लेकर अब घमासान जरूर छीडता नजर आ रहा है।