“नशे का जहर और साइबर क्राइम का जाल तोड़ने ऊधमसिंहनगर पुलिस ने छेड़ा अनोखा अभियान”
अज़हर मलिक
नशा, जो समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है, और साइबर क्राइम, जो मासूम बच्चों की मासूमियत छीनने पर आमादा है—इन दोनों खतरों के खिलाफ ऊधमसिंहनगर पुलिस ने एक अनोखी पहल की है। रुद्रपुर की पुलिस लाइन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए शिक्षा और मनोरंजन का अनोखा मेल देखने को मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों को यह समझाने से हुई कि नशा उनके भविष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। एसएसपी ने बेहद सरल और प्रभावी ढंग से उन्हें नशे के दुष्प्रभावों की गंभीरता बताई। इसके बाद चर्चा साइबर क्राइम के बढ़ते जाल पर गई। बच्चों को बताया गया कि इंटरनेट की दुनिया जितनी आकर्षक लगती है, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती है। सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती, निजी जानकारी साझा करना, या अंजान लिंक पर क्लिक करना कैसे उन्हें बड़ी मुसीबत में डाल सकता है, इसे उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया।
पुलिस ने न केवल खतरों को उजागर किया, बल्कि इससे बचने के उपाय भी बताए। साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत करने की जानकारी दी गई। इसके अलावा, यातायात नियमों पर चर्चा करते हुए बच्चों को सड़क पर सुरक्षित चलने और वाहन चलाने के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। खासतौर पर यह बताया गया कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों के वाहन चलाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।
कार्यक्रम का मजेदार पहलू तब सामने आया, जब पेंटिंग और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। बच्चों ने नशा, यातायात और साइबर सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों को अपनी रचनात्मकता से रंग दिया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों के जोश और उत्साह ने कार्यक्रम में एक अलग ही ऊर्जा भर दी। घोषणा की गई कि विजेता बच्चों को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा, जिससे उनका उत्साह दोगुना हो गया।
कार्यक्रम में एएसपी नीहारिका तोमर और अन्य अधिकारियों ने भी बच्चों को प्रेरित किया कि वे इस जानकारी को अपने परिवार और दोस्तों तक पहुंचाएं। बच्चों ने पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए भरोसा दिलाया कि वे इस जागरूकता को समाज में फैलाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
ऊधमसिंहनगर पुलिस की यह पहल एक संदेश है कि अगर हम बच्चों को सही दिशा दिखाएं, तो वे न केवल खुद को बल्कि पूरे समाज को इन खतरों से बचाने में सक्षम हो सकते हैं। नशे और साइबर क्राइम के खिलाफ यह जंग ऊधमसिंहनगर पुलिस के प्रयासों को यादगार बना रही है।