जब आपस में ही इतनी गुटबाज़ी तो कैसे करेंगे कांग्रेसी अपने प्रत्याशी की नैया पार काशीपुर
अज़हर मलिक
काशीपुर : देश के अंदर चुनावी युद्ध शुरू हो चुका है और सभी राजनीतिक पार्टियों ने इस चुनावी युद्ध में अपने योद्धाओं को उतार दिया है।
चुनावी रण में सभी राजनीतिक पार्टी के खिलाड़ी भी जीत दर्ज करने के लिए अपनी-अपनी चुनावी बिसात बिछानी शुरू कर दिए तो दूसरी ओर नैनीताल उधम सिंह नगर लोकसभा सीट प्रत्याशी के लिए काशीपुर से वोटे लेने के लिए चुनौतियों का पहाड़ खड़ा हुआ है।
क्योंकि काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सिर्फ नाम के लिए ही जिंदा दिखाई देती है कांग्रेसियों में आपस में ही इतनी गुडबाजी और नाराजगी है कि इस को समाप्त करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो चुका है। काशीपुर के संगठन के कुछ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं सिर्फ अपने आप में ही नेता बनकर बैठे हैं ना तो जनता के बीच उनकी पकड़ और ना ही कोई अस्तित्व
लोगों का कहना है कि कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ काशीपुर में दिखावे की राजनीति करती है काशीपुर में एक भी ऐसा जिम्मेदार कांग्रेस का पदाधिकारी नहीं जो संगठन को सच्चे दिल से मजबूत करता हो जनता के लिए अपनी आवाज उठाता हो आपसी गुटबाज़ी के चलते ही कांग्रेसियों ने अपना गढ़ कहे जाने वाले काशीपुर को भी खो दिया है। काफी लंबे समय से कांग्रेसियों के प्रत्याशियों को सिर्फ हार का स्वाद चखने को मिल रहा है।
और इस बार लोकसभा प्रत्याशी प्रकाश जोशी को काशीपुर से जितना भी वोट मिलेगा सिर्फ शीर्ष नेताओं के चेहरे पर मिलेगा नाकी काशीपुर के किसी पद अधिकारी के कहने पर या चेहरे पर साथ ही मोदी की नीतियों को पसंद ना करने वाले लोगों का ही वोट कांग्रेस के प्रत्याशी को नसीब होगा। काशीपुर के पदाधिकारियो की मेहनत मात्र दिखावा बनकर ही रहे जाएगी सिर्फ हाई कमान की नजरों में हाजिरी लगाने जैसी मेहनत ही होगी , यह बात जितनी सच्ची है उतनी ही कड़वी है।