मौत के सौदागरों से आखिर क्यों स्वास्थ्य विभाग की यारी किसकी मेहरबानी पर संचालित हो रहा है सेवा हस्पिटल
अज़हर मलिक
Kashipur hospital : जिस स्वास्थ्य विभाग को आम आदमी की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी दी गई है वो स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है किसी बड़ी अनहोनी के बाद अचानक जाग तो जायगा लेकिन तब तक किसी की बहुमूल्य जान जा चुकी होगी
मामला जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर से है। काशीपुर में इनदिनों लोगों की जिंदगी के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग कोई सुध लेने को तैयार नहीं है काशीपुर मुरादाबाद रोड पर स्थित कुछ ऐसे हॉस्पिटल हैं जिनका रजिस्ट्रेशन नही है तो कुछ कागजों में एक्सपायर हो गए हैं तो कुछ रजिस्ट्रेशन कभी हुए ही नही उन में से एक सेवा हॉस्पिटल है जो काशीपुर ब्लड बैंक के बराबर में संचालित हो रहा है और इस अस्पताल का पिछले 1 साल से रजिस्ट्रेशन नहीं हैं।
इतना ही नहीं अस्पताल संचालित करने वाले और अपने आप को डॉक्टर साहब कहलवाने वाले तो बहुत है लेकिन अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर की व्यवस्था नहीं।
मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में ऑपरेशन करने वाला भी एक ही व्यक्ति है जो अपने आप को डॉक्टर कहता है हालांकि इस बात की अभी पूर्णता पुष्टि नहीं हुई है लेकिन चर्चाएं हॉस्पिटल को लेकर खूब बनी हुई है।
सेवा हॉस्पिटल को संचालित करने वाले पूर्व में जेल की काल कोठरी की हवा भी खा चुके हैं लेकिन उसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग इस अस्पताल पर शक्ति करता हुआ दिखाई नहीं दे रहा इन मौत के सौदागरों पर स्वास्थ्य विभाग की कोई धारा काम नही आ रही है। या फिर इनके रसूक के आगे स्वास्थ्य विभाग की कलम चल ही नहीं रही है ऐसे में अनुमान लगा लीजिए कि किस तरीके से स्वास्थ्य विभाग इन हॉस्पिटल वालों के सामने नाकमस्तक बना हुआ है। खुलेआम सेवा हॉस्पिटल में इंसानों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ किया जाता है। ओर जिम्मेदार अधिकारी अपनी कार्यवाही की कलम को दांत तले दवाये हुए बैठे है।