Archita Pukham (Babydoll Archi): वायरल स्कैंडल की सच्चाई क्या है? 2025 का नवीनतम अपडेट
इंटरनेट पर अचानक वायरल हुई Archita Pukham (उर्फ Babydoll Archi) की तस्वीरों और वीडियोस ने 2025 में सोशल मीडिया फैला दिया। लेकिन अब सामने आ चुका है कि जो कंटेंट वायरल हुआ था, वह पूरी तरह से फेक (AI‑generated) था। आइए जानते हैं इस केस की पूरी लाइन और हालिया घटनाक्रम:
कौन हैं Archita Pukham (Babydoll Archi)?
Archita Phukan, जिन्हें सोशल मीडिया पर Babydoll Archi के नाम से जाना गया, असम (Assam) की रहने वाली एक कॉन्टेंट क्रिएटर हैं, जिन्होंने जुलाई 2025 में viral हुए Dame Un Grrr trend reel के ज़रिए थोड़ी पहचान बनाई । उन्होंने खुद बताया कि वो पहले “red light” एरिया में काम करती थीं और संघर्ष कर body प्राप्त की — लेकिन ये जानकारी भी असल में एक fake profile ने फैलाया था ।
वायरल स्कैंडल कैसे शुरू हुआ?
एक फेक इंस्टा प्रोफाइल (@babydoll_archi या बदला कर @ishtaraamira) से Archita की morphed तस्वीरें और वीडियो पोस्ट की गईं, जिनमें American adult star Kendra Lust के साथ फोटो और reel भी थी । इंटरनेट यूज़र और मीडिया तक ने इसे असली मान लिया और दावा किया कि Archita US porn इंडस्ट्री में शामिल हो रही हैं।
क्या सच में AI-Generated था?
पुलिस की जांच में पाया गया कि Archita की यह वायरल पहचान पूरी तरह से AI और photo manipulation द्वारा बनाई गई थी। Archita के पूर्व प्रेमी Pratim Bora को गिरफ्तार किया गया, जिसने उनकी तस्वीरों को morphed कर obscene, pornographic material बनाया—जिसे समुदाय में फैलाया गया ।
पुलिस का कहना है कि Bora ने ₹10 लाख तक कमाए इस फेक कंटेंट से, वो motive था revenge और पैसा दोनों ।
Legal Action & FIR का विवरण:
Archita के भाई की शिकायत पर FIR दर्ज की गई, जिसमें cyber fraud, defamation, identity theft, obscene publishing, और IT Act के उल्लंघन की धाराएं शामिल हैं ।
Dibrugarh (Assam) पुलिस ने IP tracking और forensic तकनीक से Pratim Bora की गिरफ़्तारी की। उनका फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं ।
प्रभाव और सोशल मीडिया रिएक्शन:
सोशल मीडिया ने तेजी से Archita को ट्रोल किया, लेकिन जैसे-जैसे सच सामने आया, Netizens और Media दोनों ने अपनी गलती स्वीकार की।
NDTV और अन्य outlets ने इस घिनौनी घटना को ‘revenge porn 2.0’ और ‘digital defamation’ के रूप में उजागर किया, साथ ही साइबर सुरक्षा और AI misuse पर चेतावनी दी ।