स्वास्थ्य एवं कल्याण में निरन्तरता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रारम्भ
मोहम्मद कैफ खां
रामनगर।राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर में गृह विज्ञान विभाग द्वारा आईसीएसएसआर प्रायोजित “स्वास्थ्य एवं कल्याण में निरन्तरता :संभावनाएं, समस्याएं एवं चुनौतियाँ “विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ। उत्तराखंड के उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.सी.डी.सूंठा ने दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय संगोष्ठी का उदघाटन किया।मुख्य वक्ता जी. बी.पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पन्तनगर की प्रो.आर.एस. रघुवंशी ने संगोष्ठी के विषय की प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।मुख्य अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.सी.डी. सूंठा द्वारा महाविद्यालय के इस प्रयास की प्रशंसा की गयी।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.एम.सी पाण्डे ने अपने उदबोधन में बताया कि विगत वर्षो में महाविद्यालय को हरित महाविद्यालय के रूप में दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुका हैं,साथ ही मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंतर्गत महाविद्यालय में हिमालयी औषधि ज्ञान केंद्र सफलतापूर्वक कार्य कर रहा हैं।महाविद्यालय में आगामी वर्षो में अमृतधारा मिशन के अंतर्गत 40 मेधावी छात्र छात्राओं का चयन कर के उनको सर्वांगीण विकास के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। संगोष्ठी में चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ और रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली से आए मूर्धन्य विद्वान प्राध्यापकों प्रो.एन.एल. शर्मा और प्रो.जे.के.पुंडीर ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सतत विकास की प्रक्रिया को गतिमान किये जाने के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत किये।संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पद्मश्री कल्याण सिंह मैती ने हिमालयी क्षेत्र में महिलाओं क़ी दयनीय स्थिति और जलस्रोतों की लगातार कमी के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया और सतत विकास के लिए श्रोताओं को आह्वान किया।समारोह का संचालन प्रो.जी.सी पंत, डॉ. डी. एन जोशी एवं डॉ.कुसुम गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया।संगोष्ठी के उद्घघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए संयोजिका डॉ. निवेदिता अवस्थी ने संगोष्ठी की संकल्पना प्रस्तुत कर सभी आगुन्तुकोंऔर अतिथियों का आभार व्यक्त किया।