नशेड़ियों की बढ़ती तादात बनी परेशानी का सबब,आएदिन किसी न किसी से झगड़ते हैं नशेड़ी,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर में दिन प्रतिदिन बढ़ती नशेड़ियों कि तादात अब खासी परेशानी बनती जा रही है नशेडिय़ों द्वारा कभी आपस में तो कभी आम लोगो के साथ झगड़ा फ़साद करना आम बात हो गयी है। बीती रात नगर के नूर करीम होटल के पास ऐसा ही मामला देखने को मिला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के ही रहने वाले दो युवक अपनी बाइक में पेट्रोल डलवाकर तिकोनिया की ओर से वापस आ रहे थे।इसी बीच जब उनकी बाइक होटल के पास पँहुची वँहा खड़े दो नशेड़ी युवकों ने बाइक सवार को गालियां देना शुरू कर दिया जब बाइक सवार ने कहा कि गालियां क्यों दे रहे हो तो दोनो उसे लिपट गए और मारपीट करने लगे। बाइक सवार ने फोन पर अपने परिजनो को घटना की जानकारी दी उधर नशेड़ी युवक के परिजन भी मौके पर पँहुच गए जंहा दोनो पक्ष एक दूसरे के पहचान वाले होने के कारण मामला टल गया। बताते चलें कि नगर में पिछले लंबे अर्से से नशेड़ियों की तादात बढ़ती जा रही है और इन नशेड़ियों के खिलाफ कोतवाली पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं कर पाती है जिससे इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार न नशेड़ियों के पास एक तेज़ धार दार ब्लेड होने की बात भी बताई जा रही है जिससे ये किसी पर भी और कभी भी जानलेवा हमला कर सकते हैं। ये भी बताया गया है कि कभी कभी ये खुद को भी ब्लेड मारकर घायल कर लेते हैं और उसका इल्जाम भी सामने वाले किसी बेकुसूर के सर लगा देते हैं। इन सभी हालातों में एक बात तो पूरी तरह से साफ है कि कुछ भी हो लेकिन इज्जतदार नागरिकों का इन नशेड़ियों की वजह से जीना मुहाल होता जा रहा है। कोतवाली पुलिस को इस पूरे प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए इसके खिलाफ कोई ठोस पहल शुरू करनी होगी ताकि आम लोगों को इन नशेड़ियों से राहत मिल सके। इसके अलावा नगर में होने वाली छोटी मोटी चोरियों में भी अधिकतर मामलों में इन नशेड़ियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है क्योंकि इन नशेड़ियों का चोरी करने का जो सिलसिला इनके खुद के घर से शुरू होता है कयोंकि अपने नशे का सामान खरीदने के लिए ये पहले अपने घर को ही निशाना बनाते हैं और बादमे घरवालों के सावधान हो जाने पर वही सिलसिला बाहर शुरू हो जाता है। यंहा ये भी बतादें कि आमतौर पर कोतवाली पुलिस इन नशेड़ियों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने से हमेशा कतराती रहती है क्योंकि पुलिस का मानना है कि अगर किसी नशेड़ी को उनकी हिरासत में कुछ हो गया तो कौन जवाब देगा। अब सवाल उठता है कि पुलिस इस डर से कार्यवाही नहीं करेगी तो आखिर इनके खिलाफ कार्यवाही कौन करेगा ?