एडीएम एफआर अरविन्द कुमार ने छापा मारा कर तिलहर में संचालित फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर किया सीज
फैयाज़ साग़री
पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत संचालक के विरुद्ध हुई कार्यवाही, फर्जी डॉक्टरों में हड़कम्प
शाहजहाँपुर : जिले के कई कस्बों में दर्जनों की संख्या में फर्जी अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित है। इन फर्जी सेंटरों के संचालक या तो किसी नेता से पकड़ बनाए हैं या विभाग के अफसरों को हर महीने मोटी रकम का फायदा करा रहे हैं। एडीएम अरविन्द कुमार जो अनोखी निराली कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उन्हें तिलहर में फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालन की जानकारी हुई। फिर उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की। डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर एडीएम एफआर अरविंद कुमार और नोडल अधिकारी पीपी श्रीवास्तव ने जब मौके पर लाइफ केयर अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच के दौरान देखा गया कि एक टेक्नीशियन खुद को डॉक्टर बताकर अल्ट्रासाउंड कर रहा था। जब टीम ने उससे डॉक्टर होने का प्रमाण मांगा तो वह डिग्री लाने की बात कहकर वहां से चुपचाप फरार हो गया। इस पर टीम ने मौके पर ही पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए सेंटर को सील कर दिया। सेंटर को ताला लगाकर सीलिंग की कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार मन्नू माथुर, पवन सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशासन की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। एडीएम अरविंद कुमार ने कहा कि बिना पंजीकरण व योग्य चिकित्सकीय टीम के संचालन किया जा रहा यह अल्ट्रासाउंड सेंटर पूरी तरह अवैध था। ऐसे सेंटरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भ्रूण लिंग जांच की रोकथाम के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रावधानों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। एडीएम की कार्रवाई से जिले के फर्जी संचालकों में हड़कम्प मचा हुआ है। मनमाने पैसे वसूलकर अयोग्य संचालक फर्जी रिपोर्ट बनाकर जनता की मुसीबतों को भी लगातार बढ़ा रहे हैं इसलिये जनता को भी जागरुक होने की जरूरत है।