गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट, एडीएम ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

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गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट, एडीएम ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

फैयाज़ साग़री 

शाहजहांपुर : लगातार बारिश और बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद जनपद में नदियों का जलस्तर बढ़ा है। हालात पर नज़र रखने के लिए रविवार को अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अरविंद कुमार, उपजिलाधिकारी सदर, तहसीलदार सदर व राजस्व स्टाफ ने नागरिया मोड़, सुभाषनगर, सहवेगपुर, ककरा, अजीजगंज टाम और बाईपास गर्रा पुल का निरीक्षण किया। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि 14 और 15 अगस्त को दूनी बैराज से 40 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के चलते गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ा है। वर्तमान में गर्रा नदी का जलस्तर 147.300 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 148.800 मीटर पर है। यानी नदी का जलस्तर फिलहाल लगभग 1.5 मीटर नीचे है। बीती रात 12 बजे के बाद से जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार धीमी हुई है। वहीं, खन्नौत नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से 1.700 मीटर नीचे है। एडीएम ने बताया कि इस समय गर्रा नदी का पानी तिलहर तहसील के खुदागंज क्षेत्र के चित्आबोधि और बुनड्डा गांव में बढ़ रहा है, हालांकि बिसलपुर और पीलीभीत क्षेत्र में पानी घटने लगा है। तहसील सदर के किसी भी गांव में अभी तक बाढ़ जैसी स्थिति नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि कल रात से ही सभी अधिकारी, राजस्व स्टाफ और आपदा मित्र विभिन्न स्थानों पर सक्रिय ड्यूटी पर हैं। गंगा नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है, जबकि रामगंगा नदी में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है। तहसील कलान में बाढ़ प्रभावित परिवारों को अब तक 1300 राशन किट और तहसील जलालाबाद के कसारी गांव में 500 राहत किट वितरित की गई हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 40 नावें और 12 मोटरबोट लगातार संचालित है। राहत शिविर और बाढ़ चौकियां सक्रिय है। एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड टीम मौके पर तैनात है। प्रभावित गांवों में लगातार निगरानी और समन्वय जारी है। एडीएम अरविंद कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और चौबीसों घंटे निगरानी जारी है।

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