परीक्षा को नकलविहीन बनाने को प्रशासन सख्त : डीएम ने किया केंद्रों का निरीक्षण
फैयाज़ साग़री
शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) 2023 की परीक्षा को पूरी तरह निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इसी कड़ी में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को तिलहर स्थित एलबीजेपी व आरवीएम कॉलेज का निरीक्षण कर परीक्षा तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने परीक्षा कक्षों में जाकर सीसीटीवी कैमरों की स्थिति, रोशनी, पंखे, विद्युत आपूर्ति, बैठने की व्यवस्था और बायोमेट्रिक उपस्थिति की तैयारियों का गहनता से अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे हर कक्ष में सक्रिय रहें और कंट्रोल रूम से उनकी निगरानी सुनिश्चित की जाए। परीक्षा केंद्रों में स्वच्छता, पीने के पानी की व्यवस्था और पर्याप्त फर्नीचर की उपलब्धता पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 27 जुलाई को 27 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा एक ही पाली में सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा में कुल 11,952 परीक्षार्थी प्रतिभाग करेंगे। परीक्षार्थियों को केवल सुबह 8:45 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए इस बार हाईटेक निगरानी व्यवस्था की गई है। प्रवेश पर बायोमेट्रिक सत्यापन के साथ-साथ फेस रिकग्निशन तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा। डबल लेयर frisking की व्यवस्था की गई है, जिसे पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संपन्न कराया जाएगा।परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्टवॉच, ईयरफोन समेत किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लाने की सख्त मनाही रहेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं होगा। सभी केंद्रों पर सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। निरीक्षण के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक हरवंश कुमार, उप जिलाधिकारी तिलहर रविंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।