अधिवक्ताओं ने उप जिलाधिकारी के स्थानांतरण और तीन लेखपालो के निलंबन की मांग को लेकर किया धरना प्रदर्शन।
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : लेखपाल और अधिवक्ताओं के बीच चल रहे विवाद में सोमवार को अधिवक्ताओं ने आंदोलन को धार देते हुए उपजिला अधिकारी अजय मिश्रा के स्थानांतरण और तीन लेखपालो मुनेश कुमार , त्रिलोकी नाथ, व विनय कुमार अरोरा के निलंबन तक राजस्व न्यायालय के बहिष्कार की बात कहते हुए
उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया।बताते चलें कि लेखपाल मुनेश कुमार,विनय अरोरा आदि और अधिवक्ताओं योगेंद्र यादव और कुलदीप के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। बीते शनिवार को बार एसोसिएशन की बैठक ठाकुरद्वारा बार सभागार में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि लेखपालों की मनमानी से अधिकांश खतौनियों में गलत अंश निर्धारण करने और गलत अंश को ठीक करने में घोर लापरवाही कर अनुचित धन की मांग करने और धारा 32 / 38 ,34 / 35 और 24 राजस्व संहिता रिपोर्ट के लिए
अनुचित रूप से धन उगाई का विरोध करने पर , उप जिलाधिकारी द्वारा लेखपाल मुनेश कुमार से दो अधिवक्ताओं के खिलाफ एससी एसटी एक्ट और सरकारी काम में वाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराने को लेकर एसडीएम के स्थानांतरण और लेखपाल के निलंबन से कम पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लगातार राजस्व न्यायालय का बहिष्कार किया जाएगा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को दोनो बार के सेकड़ो अधिवक्तागण धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं द्वारा उक्त मांगो के अलावा ये भी मांग की गई है कि लेखपालों के यंहा तेनात प्राइवेट मुंशियों जिनके द्वारा अवैध वसूली की जाती है उन्हें हटाया जाए और लेखपालों की संपत्तियो की जांच कराई जाए।
अधिवक्ताओं का कहना था कि उक्त मांगो के पूरा न होने तक आंदोलन व राजस्व न्यायालय का बहिष्कार जारी रहेगा।इस दौरान प्रमोद कुमार, योगेंद्र सिंह, राजीव कुमार विश्नोई, नरेंद्र सिंह, अशोक गहलोत, सफदर खान, यासीन खान, शमीम कुरेशी, विशाल अग्रवाल, मेराज आलम, मुशाहिद अली,दिग्पाल सिंह,मोहम्मद तकी सिद्दीकी, आदि सेकड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे।