हाथरस में हुए हादसे के बाद आर्य समाज ने कथित बाबा को दोषी बताते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की है
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : उंगली से चक्र चलाने का चमत्कार, और माथे पर मणि चमकाने के चमत्कार दिखाने के नाम पर अंधविश्वास फैलाने वाले बाबा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो , ये मांग आर्य समाज कार्यकर्ताओं द्वारा समाधान दिवस में एस डी एम को दिए गए ज्ञापन में की गई है।
शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में आर्य समाज की नगर शाखा के कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी अजय कुमार मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर हाथरस में हुई घटना में सीधे तौर पर कथित बाबा को दोषी बताते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि सत्संग के समापन पर बाबा साकार विश्व हरि की चरण रज लेने की जल्दबाजी के दौरान मची भगदड़ में 123 महिला पुरुषों व बच्चों की असमय मौत हो गई जबकि सेकड़ो अन्य घायल हो गए। कथित बाबा अपने आप को भगवान विष्णु का अवतार बताकर अपनी पूजा करवाता है और भोली भाली जनता को अपने प्रभाव में लेकरअंधविश्वास व पाखंड के मायाजाल में फंसाकर उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करता है।
जिस दूध से वह नहाता है उसी को प्रसाद के रूप में अपने अनुयायियों को बांटकर घृणित कार्य करता है। चमत्कार के नाम पर जनता को मूर्ख बनाने का काम करता है। उंगली से चक्र चलाना माथे पर मणि चमकाना आदि कार्य करके पाखंड फैलाता है।ऐसे कथित बाबा को आध्यात्मिक गुरु कहलाने का कोई हक नहीं,सनातन धर्म में चमत्कार दिखाना सत्य के विपरीत है और सत्य चमत्कार केवल ईश्वर ही कर सकता है।कथित बाबा के क्रया कलापो में सनातन धर्म की परंपरा का लेशमात्र भी भाग नही है ये बाबा सनातन धर्म को समाप्त करने का षडयंत्र चला रहे हैं।
ज्ञापन में मांग की गई है कि इस मामले में बाबा सहित सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये ताकि भविष्य में भोली भाली जनता ऐसे लुभावने छलावों में आकर असमय काल कलवित न हो और ऐसे सत्संगों की व्यवस्था पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए। इस अवसर पर संजीव सिंघल, गुलाब सिंह वर्मा,इंदुकान्त, नीरज राजवंश, राकेश चन्द्र अग्रवाल, सतीश कुमार, संजीव कुमार रुहेला,श्री गोपाल वर्मा,आशुतोष आदि मौजूद रहे।