गौ वंश की सदैव रक्षा करो,इसकी रक्षा करना सभी प्राणियों का धर्म
भगवान विष्णु का सदैव मन से जाप करो, गौवंश की सदैव रक्षा करो, महंत स्वामी श्री राजेन्द्रानन्द जी महाराज
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : आदरणीय परम पूजनीय महंत स्वामी राजेन्द्रानन्द जी महाराज ने खेजड़ली धाम, मीरपुर मोहनचक में दिव्य महोत्सव, श्री हरिकथा के द्वितीय दिवस पर होने अपने श्रीमुख से प्रवचन देते हुए कहा कि हिन्दू धर्म में गाय को एक पशु की तरह नहीं, बल्कि माता के रूप में पूजा जाता है। गौ माता का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है और गौ माता की पूजा भी की जाती है। गौ माता से हमें दूध, घी, छाछ, दही और मक्खन आदि प्राप्त होते हैं, जिसके भीतर बहुत ही पोषण तत्त्व होते है। आज के समय में बहुत बार यहाँ देखा गया है, कि गाय जब दूध देना बंद कर देती है, तो उन्हें बेच दिया जाता हैं। वहां पर उनके साथ बहुत अत्याचार होता है।
गाय की रक्षा करना सभी प्राणियों का धर्म है। इस श्रष्टि के सभी जीवों में एक गाय का ही जीव ऐसा प्राणी है, जो जन्म के साथ ही स्वयं अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है। विश्नोई समाज में बैल को बधिया न कराना प्रमुख नियमों में से एक है। भगवान श्री गुरु जम्भेश्श्वर महाराज ने 29 नियमों में इसको शामिल किया है। हमें “ओम विष्णु” मूलमंत्र का जाप ही बतलाया है। नवों अवतार नमों नारायण। हमें भगवान श्री हरि विष्णु जी का मन से जाप करना चाहिए।