डा0 आंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान से हटाना घोर अपमान है : बलवीर सिंह

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डा0 आंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान से हटाना घोर अपमान है : बलवीर सिंह

फै़याज़ साग़री

 

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शाहजहांपुर भारतीय बौद्ध महासभा उप्र के प्रांतीय संयुक्त मंत्री महेंद्र सिंह दिनकर एवं जिला अध्यक्ष बलबीर सिंह गौतम के नेतृत्व में महासभा के कार्यकर्ता बाबा साहेब डॉक्टर अंबेडकर एवं महात्मा गांधी की संसद भवन परिसर से उनकी प्रतिमाओं को हटाकर अन्यत्र स्थापित करने का विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री को संबोधित मांग पत्र नगर मजिस्ट्रेट प्रवेंद्र कुमार को सौंपा। इस अवसर पर अपने संबोधन में महासभा जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह गौतम ने कहा कि भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब डा आंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान से हटाना उनका घोर अपमान है, बाबा साहेब डॉक्टर अंबेडकर ने भारत को एक लोकतांत्रिक संसदीय शासन प्रणाली वाला उत्कृष्ट संविधान बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और महात्मा गांधी ने देश की आजादी में महती भूमिका निभाई। महामंत्री खुशीराम बौद्ध ने कहा कि दोनों महापुरुषों की प्रतिमाएं उनके मूल से हटाना अनुचित देश के लिए अपमानजनक है। भारत भर से लोग हर साल बाबा साहेब के जन्म दिवस 14 अप्रैल और परिनिर्वाण दिवस 6 दिसंबर को संसद भवन में डॉ अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए आते हैं।

 

 

 

मांगपत्र में दोनों महापुरुषों की प्रतिमाएं उनके मूल स्थान पर स्थापित करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में एसपी कॉलेज के शिक्षक केके सिंह, राम सिंह, राजेश्वर लाल,राम प्रसाद आजाद, अनूप कुमार, अमित कुमार, पवन कुमार, खुशीराम गौतम, देशराज सिंह ,प्रदीप कुमार, सुरेश बाबू बौद्ध, संतोष कुमार, मातादीन वर्मा, केके सिंह, अमित कुमार, मनीष जाटव, रामपाल तेजकर, शीलांकर पवन कुमार, बाबूराम, चंद्रमुकुट, राम प्रसाद बौद्ध, सुनील कुमार, आदि प्रमुख थे।

 

 

 

 

 

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