5 साल में एक बार लोगो के बीच दिखने वाले प्रत्याशी भी कर रहे हैं अपनी जीत के दावे
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर निकाय चुनाव में एक प्रत्याशी ऐसा भी जो निकलता है 5 साल में सिर्फ एक बार, जी हां ये बात हम नही कह रहे हैं बल्कि नगर की जनता कह रही है।
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की दौड़ में इस चुनाव में यूँ तो लगभग एक दर्जन प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर कर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कोई अपने पिछले कार्यकाल को लेकर वोट मांग रहा है तो कोई लोगों को ठाकुरद्वारा में विकास की गंगा बहाने का दावा करते हुए वोट मांग रहा है। जंहा तक नगर मतदाताओं की बात है तो उनके पास जो भी प्रत्याशी आ रहा है वह उसे पूरे आश्वासन के बाद ही विदा करते हैं और आश्वासन दिया भी क्यों न जाये मतदाताओं को क्या पड़ी है जो वह किसी का दिल तोड़ें और बुराई लेकर उसकी नज़रों में आयें इस लिए वह सबको भरोसा दिला रहे हैं कि उनका वोट मिल जाएगा। इस गलतफहमी के चलते कुछ ऐसे लोग जिनको 5 सौ से 7 सौ वोट सारे ही मिलेंगे वो भी बेचारे नगर पालिका अध्यक्ष पद के खुआब देखने को मजबूर हैं। इन्ही प्रत्याशियों के बीच इन दिनों एक ऐसा प्रत्याशी भी लोगो के बीच चर्चा की वजह बना हुआ है जो चुनाव से पहले या चुनाव के बाद कभी लोगो को नज़र नहीं आता ये प्रत्याशी केवल 5 साल में एक बार ही नज़र आता है और अपनी जीत का दावा ठोकता है। लोगो का कहना है कि नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए कम से कम ऐसा प्रत्याशी होना चाहिये जो हमेशा लोगो के बीच बना रहे और यदा कदा पड़ने वाले उनके छोटे मोटे काम भी करा सके । कुछ लोग नगर में इस प्रत्याशी को लेकर चुटकी लेते हैं कि देखो चेयरमैन साहब 5 साल बाद फिर से लोगों से हाथ मिलाते फिर रहे हैं और मज़े की बात ये है कि ये महोदय हाथ भी पूरा नही मिलाते हैं बस उंगलिया टच हुई और बात खत्म। एक ओर लोगों के बीच जिस प्रत्याशी को लेकर इस तरह की धारणाएं बनी हुई हैं वंही दूसरी ओर इस प्रत्याशी का दावा है कि इस बार उसे जीत हासिल करने से कोई नही रोक सकता है। अब कौन जीतेगा कौन हारेगा ये अलग बात है लेकिन हमारा तो यही मानना है कि नगर पालिका अध्यक्ष लोगो से और ज़मीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति ही होना चाहिए चुनाव में पैराशूट से उतरे व्यक्ति को शायद नगर की जनता कुबूल नही कर पायेगी।