दहेज की मांग को लेकर विवाहिता का उत्पीड़न करने और कलयुगी ससुर द्वारा रेप की शिकायत पर 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : दहेज में 21 लाख रुपये और वर्ना कार की मांग को लेकर विवाहिता को प्रताड़ित करने तथा ससुर द्वारा विवाहिता से बलात्कार करने की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी पति सहित 5 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम उस्मानपुर निवासी एक युवती की शादी 14 जुलाई 2024 को सीनियर सिटीजन एन 1718 गौतमबुद्ध नगर ग्रेटर नोएडा निवासी रजत चौहान पुत्र विरेंद्र सिंह के साथ हुई थी। विवाहिता का कहना है कि उसके मायके वालों ने शादी मे अपनी हैसियत से अधिक इधर उधर रिश्तेदारों से मदद लेकर 37 लाख रुपये खर्च किये थे। इसके बावजूद उसका पति रजत चौहान, ससुर वीरेंद्र चौहान, देवर हेमन्त, व फुफेर ससुर नरेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी कोमल,कम दहेज का ताना देते हुए उससे वर्ना कार और 21 लाख रुपये की नकदी की मांग कर रहे थे। विवाहिता ने कहा कि उसके मायके वालों की इतनी हैसियत नही है कि तुम्हारी मांग पूरी कर सकें तो उक्त लोगो ने उसे मारपीटकर भूखा प्यासा रखकर उसका उत्पीड़न किया। विवाहिता का ये भी आरोप है कि 21 अगस्त 2024 को जब उसका पति सुबह साढ़े पांच बजे पार्क में घूमने गया था तब उसका ससुर बुरी नियत से उसे अकेले देखकर कमरे में घुस आया और जबरन उसके कपड़े उतारकर उसके साथ बलात्कार किया इस दौरान उसके चीखने चिल्लाने पर उसका देवर उठ आया तब उसका ससुर वँहा से भाग गया। इस दौरान जब उसने सारी बातें देवर को बताई तो सहानुभूति दिखाने के बजाय उसने गाली गलौज करते हुए उसका गला दबाकर मारने का प्रयास किया तब किसी तरह उससे बचकर उसने खुद को बाथरूम में बन्द कर लिया इसके बाद जब उसका पति घर वापस आया तो उसने उसे सारी बातें बताईं तो उसने कहा कि तू सारी बातें भूल जा और हमारी मांग पूरी करा दे वरना जान से मारकर यमुना में डाल देंगे। उसने इज्जत की खातिर ये बातें एप्ने घर वालो को नही बताई लेकिन उनसे कहा कि वह उसे यंहा से ले जाएं तब उसके भाई व चाचा आदि ने उसके ससुराल पंहुचकर उन लोगो से बात की तब भी उक्त लोगों ने अपनी मांग दोहराते हुए उसे घर में रखने से इंकार कर दिया।
बात फैसले तक पँहुची तो इस मामले में 32 लाख रुपये में फैसला हुआ लेकिन उसके बाद भी उक्त लोगो ने कोई पैसा नहीं दिया इसके बाद फिर से कुछ लोगो के बीच में पड़ने के बाद उसे उसके ससुराल भेज दिया गया। विवाहिता का कहना है कि इसके बाद उसके ससुराल वाले उसे अक्षरधाम मंदिर घूमने के लिए ले गए जंहा वह सब उसे यमुना किनारे ले गए और वँहा उक्त सभी ने जान से मारने की नीयत से उंसके गले मे दुप्पटा डालकर गला घोंटने का प्रयास किया जंहा शोर मचाने पर कुछ सैलानी आ गए और उसकी जान बच गई तब उसने घटना की खबर अपने भाई को दी जिसपर घटना की शिकायत पुलिस से की गई। पुलिस उक्त लोगो के घर पँहुच गई जंहा ताले लगे हुए देख पुलिस वापस लौट आई, इसके बाद वह अपने मायके चली आई। इस मामले की शिकायत पर कोतवाली पुलिस उक्त सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।