अवैध रूप से काटी जा रहीं कालोनियों के खिलाफ किये गए कार्यवाही के दावे निकले खोखले
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर के चारो ओर काटी जा रही अवैध कालोनियों में सभी सुविधाएं देने का वायदा कर कॉलोनाइजरो द्वारा भोले भाले लोगों को ठगा जा रहा है, सस्ती जमीन को मेंहगे दामो में बेचकर भारी मुनाफा कमाने वाले कॉलोनाइजर राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन कोलोनीज़रो के खिलाफ विगत दिनों कार्यवाही करने के सभी दावे खोखले साबित हुए हैं।
नगर के चारों ओर अवैध रूप से कोलोनाइज़रो द्वारा लोगो को सब्जबाग दिखाकर तथा तमाम सुविधाओं का वादा कर कौड़ियों के दामो में किसानों से खरीदी गई ज़मीनों को मोटे दामो में बेचा जा रहा है। बताते चलें कि इन जमीनों को किसानों से सस्ते दामों में बीघों के हिसाब से खरीदा जाता है और फिर वँहा एक सुंदर सा बोर्ड लगाकर कालोनी का नक्शा दर्शाया जाता है जिसमे बच्चों के लिए पार्क, स्विमिंग पूल, अच्छी सड़के ,बिजली,खेल का मैदान,जिम आदि दिए जाने का झांसा देकर भारी दामो में गजो और फिट के हिसाब से जमीनों को बेचा जाता है। गौर तलब है कि इन अवैध रूप से काटी जा रही कालोनियों में से किसी को भी 143 में दर्ज नही कराया जाता है।
और न ही किसी तरह के नियम कायदे को अपनाया जाता है। इस पूरे मामले में नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ललित कुमार आर्य का कहना था कि नगर की सीमा में जो भी अवैध रूप से कालोनियां काटी जा रही हैं उनपर शीघ्र ही वैधानिक कार्यवाही की जाएगी और इसके विरुद्ध एक अभियान चलाया जाएगा। इस बात को भी महीनों बीत गए हैं लेकिन अब ये अभियान कब चलेगा ये देखना होगा। फिलहाल तो कॉलोनाइजर लोगों को बहला फुसलाकर अच्छे घर का सपना दिखाकर खेती की सस्ती जमीनों को मनमाने दामो में बेचकर लोगो के खून पसीने से कमाए गए पैसे से अपनी जेब भरने में और सरकारी राजस्व को छती पंहुचाने में लगे हुए हैं।