यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : मकान का लिंटर गिरने से किसान मलवे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि चार बच्चों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों ने बमुश्किल किसान को बाहर निकालकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे में घर का हजारों का सामना भी क्षतिग्रस्त हो गया।
कोतवाली क्षेत्र के गांव नंगलिया नारायन निवासी विजेंद्र सिंह प्रजापति पुत्र शिवनाथ प्रजापति कुछ किसानी और मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है। वह बुधवार को खेत से कुछ देर से घर आया। घर आकर अपने चार बच्चों के साथ कमरे में खाना खाने की तैयारी में बैठा था।
उसकी पत्नी रसोई से खाना लेने के लिए गई थी। विजेंद्र सिंह कमरे में बैड पर बैठकर खाने का इंतजार कर रहा था। पत्नी के आने से पहले ही उसके मकान की छत गिरने लगी। उसके बच्चों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। बच्चों की चीख पुकार और तेज धमाके की आवाज सुनकर उसकी पत्नी रसोई से कमरे की ओर दौड़ी । तब तक उसके पति लिंटर के मलवे में दब चुके थे।
चीख पुकार सुनकर आस पास के लोग जमा हो गए। लोगों की किसी तरह हिम्मत करके विजेंद्र सिंह को मलवे से बाहर निकाला। बाद में उसको नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार किया गया। लिंटर के मलवे में उसके घर का डबल बैड , टेलीविजन, फ्रिज सोफा व सैफ अलमारी समेत अन्य कीमती सामान क्षतिग्रस्त हो गया।
।किसान का परिवार अब खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने को विवश हो रहा है। उधर स्थायीन प्रशासन ने कोई खबर नहीं ली है और वह इस घटना से पूरी तरह अनजान बना हुआ है।
