जेल जाने के डर से खनन माफियाओं ने बिछाने शुरू की गोटिया
खनन माफियाओं की गिरफ्तारी को बनी 5 टीमें अब तक 7 आरोपियों को ही कर सकी हैं गिरफ्तार,
ठाकुरद्वारा (यामीन विकट) दबंग खनन माफियाओं ने की खनन अधिकारी व उपजिलाधिकारी से बदसलूकी मामले में पुलिस अधीक्षक ने साफ कहा था कि दोषी किसी भी हालत में बख्शे नही जाएंगे लेकिन पुलिस की कार्य प्रणाली को देखकर ऐसा लग नही रहा है कि डेढ़ सौ अज्ञात लोगों में से आधे भी गिरफ्तार होंगे।
13 सितम्बर की रात लगभग 8 बजे खनन अधिकारी अशोक कुमार व उनकी टीम नगर के तिकोनिया बस स्टैंड के करीब कलेंडर वाली मस्ज़िद के समीप अवैध खनन से भरे वाहनों की चेकिंग कर रहे थे । इस दौरान खनन अधिकारी व उनकी टीम ने चार खनन से भरे ऐसे डंपरों को पकड़ा था जो बिना रॉयल्टी के खनन भर कर ला रहे थे। डंपरों के पकड़े जाने की सूचना टीम ने उपजिलाधिकारी परमानन्द सिंह को दी थी जिसपर वह भी मौके पर पँहुच गए थे । पकड़े गए डंपरों को टीम द्वारा रतुपुरा रोड स्थित मंडी में खड़ा करने के लिए भेजा ही जा रहा था कि तभी रईस प्रधान निवासी ग्राम फौलाद पुर, वसीम पुत्र अज्ञात निवासी रतुपुरा, रिज़वान पिता का नाम पता अज्ञात,इरफान पुत्र अज्ञात निवासी सरवत नगर,दिलशाद पुत्र ज़हीर निवासी कमालपुरी,और डेढ़ सौ अज्ञात लोगों ने अचानक वँहा पंहुचकर भीड़ को भड़काते हुए खनन टीम व उपजिलाधिकारी से बदसलूकी शुरू कर दी थी। इस दौरान दबंग खनन माफियाओ ने टीम को बंधक बनाकर गाली गलौज करने लगे थे और पकड़े गए डंपरों व उनके चालको को छुड़ा ले गए थे आरोप ये भी है कि उक्त लोगों ने भीड़ को न केवल उकसाया बल्कि टीम पर हमला भी कर दिया था जिसमें खनन टीम की गाड़ी का निजी चालक सचिन पुत्र दयालु सिंह निवासी मालीपुर घायल हो गया था घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस भी मौके पर पँहुच गई थी जंहा पुलिस ने हालात पर काबू पाते हुए एक आरोपी इरफान निवासी सरबत नगर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले को जिलामुख्यालय पर बैठे आलाअधिकारियों ने गम्भीरता से लिया था और इसी को लेकर बीते गुरुवार को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने कोतवाली पंहुचकर पुलिस क्षेत्राधिकारी अपेक्षा नाम्बियाड व कोतवाली प्रभारी योगेंद्र कुमार सिंह को ज़रूरी दिशा निर्देश दिये थे ।इस दौरान पत्रकारो से वार्ता करते हुए उन्होंने बताया था कि दोषी कितने भी रसूख वाले हों उन्हें बख्शा नहीं जाएगा । उन्होंने ये भी बताया था कि दबंग खनन माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए भोजपुर, डिलारी तथा ठाकुरद्वारा कोतवाली से 5 टीम गठित की गई हैं जो लगातार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही हैं । बताते चलें कि उक्त मामले में अभी तक 7 लोगो की गिरफ्तारी की जा चुकी है लेकिन पुलिस की धीमी गति को देखकर लगता नहीं है कि बाकी बचे दबंग खनन माफियाओं के गिरेबान तक पुलिस के हाथ पंहुचेंगे।यंहा ये भी बताते चलें कि जितना समय इन गिरफ्तारियों में गंवाया जा रहा है उतने समय में खनन माफियाओं के रसूख और उनके आकाओं द्वारा उनके बचाव के प्रयास तेज़ी से किये जाने लगे हैं। अब देखना होगा कि पुलिस का इकबाल बुलन्द होता है या खनन माफियाओं की कोशिशें रंग लाती हैं।