यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : पुलिस व खनन विभाग की संयुक्त रूप से की जा रही कार्यवाहियों के बाद भी थम नहीं रहा है अवैध खनन का कारोबार।
खनन माफियाओ के हौसले इस कदर बुलन्द हैं कि आएदिन पुलिस व खनन विभाग इनके ओवरलोड डंपरों को पकड़कर उनपर मोटे जुर्माने ठोक देता है लेकिन इन खनन माफियाओं पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है और कारोबार यू ही चलता रहता है। हाल ही में खनन माफियाओं द्वारा जगह जगह सेटिंग कर सिंडिकेट बनाये गए थे और जोर शोर से खनन का कारोबार शुरु किया गया था लेकिन जैसे ही इन सिंडिकेट का खुलासा हुआ तो पुलिस व खनन विभाग ने इनपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था और खनन माफियाओं के सिंडिकेट को खत्म कर दिया गया था। लेकिन इस सबके बावजूद खनन माफिया बाज़ नही आ रहे हैं और वर्तमान में भी खनन का कारोबार बदस्तूर जारी है। यंहा ये भी बतादें कि एक ओर जंहा इनके कारण राजस्व विभाग को छति पँहुच रही है तो वंही दूसरी ओर इन ओवरलोड डंपरों से सड़कों की हालत तो खराब हो ही रही है इसके अलावा सड़कों पर चलने वाले छोटे मोटे वाहन चालक भी सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि इन डंपरों के चालकों को प्रति चक्कर के हिसाब से पैसा देना तय किया जाता है और इसीलिए हर डम्पर चालक चाहता है कि उसके ज़्यादा से ज़्यादा चक्कर लगें इसी तरह अपनी इनकम बढ़ाने के प्रयास में ये डम्पर चालक सड़क पर चल रहे किसी भी अन्य चालक को अक्सर रौंद देते हैं और पल भर में एक हंसते खेलते परिवार का चिराग इनकी इसी ज़्यादा कमाई के चक्कर में बुझ जाता है। जबकि दुर्घटना के बाद आसानी से डम्पर व इसके चालक की जमानत भी हो जाती है। कोतवाली पुलिस को इनके लिए कुछ और ज़्यादा गहराई से सोचना होगा ताकि इन अवैध खनन माफियाओं के हौसलों को पस्त किया जा सके और इनकी मनमानियों पर भी अंकुश लगाया जा सके। उधर सूत्रों के हवाले से एक खबर ये भी निकल कर सामने आ रही है कि रोजाना रात को ग्यारह बजे से सुबह सात बजे तक 3 सौ से लेकर 4 सौ तक की तादात में ओवर लोड डम्पर थाना भगतपुर की नेपा चोकी और कोतवाली ठाकुरद्वारा से होकर गुजरते हैं। इन ओवर लोड खनन के डंपरों से जगह जगह बैठे सिंडिकेट को चला रहे खनन माफिया प्रति डम्पर 2 हज़ार रुपये से लेकर 3 रुपए तक की उगाही करते हैं तो आखिर ये पैसा कंहा जाता है।