संक्रामक बीमारियों की किसी को कोई चिंता नहीं, जो हो रहा है होने दो वाली नीति अपनाकर सब हुए खामोश

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यामीन विकट 

ठाकुरद्वारा : क्या कोई ऐसा नहीं है जो नगर पालिका प्रशासन से कह सके कि वर्तमान में जो संक्रमण फैल रहा है ज़रा उसे भी देख लीजिए और अपने स्तर से कोई रोकथाम के लिए कदम उठाऐं।

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नगर व आसपास के क्षेत्र में पिछले एक माह से अधिक समय से संक्रामक बीमारियों ने घर घर मे अपना डेरा जमा रखा है वर्तमान समय में शायद ही कोई घर ऐसा होगा जिसमें डेंगू, वायरल, या अन्य किसी कारण से आने वाले बुखार का कोई मरीज़ न हो। नगर के सरकारी अस्पताल में सुबह से रोगियों की लंबी लंबी कतारें लग रही हैं यही हालत निजी अस्पतालों की है।गम्भीर रोगी और आर्थिक रूप से मजबूत लोग काशीपुर में निजी अस्पतालों में जाकर भर्ती हो रहे है और इलाज में मोटी रकम खर्च कर रहे हैं।

 

रही बात एक आम और गरीब तबके की तो वो बेचारे सरकारी अस्पताल और नगर में बैठे अपंजीकृत चिकित्सको से इलाज करा रहे हैं।कुलमिलाकर जिसे देखिए वो परेशान है और इन संक्रामक बीमारियों से अपनी हैसियत के हिसाब से लड़ रहा है।आये दिन इसी संक्रमण के कारण मौतें भी हो रही हैं और लोग मजबूर होकर अपने परिवार के व्यक्ति की मौत को बेबसी से देख रहे हैं लेकिन इस सबके बावजूद नगर पालिका प्रशासन चुपचाप तमाशाई बना हुआ लोगो को मौत के मुँह में जाता है बड़े आराम से सबकुछ देख रहा है और इस संक्रमण के खिलाफ कोई अभियान नही चला रहा है।नगर पालिका प्रशासन की इसी घोर लापरवाही के कारण ये संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और बेकाबू होता जा रहा है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा इस संक्रमण को रोकने के लिए जो प्रयास अबतक किये गए हैं वो काफी हास्यप्रद हैं जैसे रखी हुई एंटीलारवा का कंही कंही छिड़काव करना । आम दिनों की भांति नगर में सफाई कराना , इन सारी लापरवाहियों को नगर की जनता भी बहुत बारीकी से देख रही है और धीरे धीरे अब लोगों में नगर पालिका के प्रति रोष गहराता जा रहा है। नगर वासियों की इन तमाम परेशानियों को लेकर जंहा एक ओर नगर पालिका तमाशाई बनी हुई तो वंही दूसरी ओर अन्य अधिकारियों के कानों पर भी कोई जूं तक नही रेंग रही है और लगभग सभी ने नगर वासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। कागज़ों में संक्रमण के खिलाफ लड़ी जा रही ये लड़ाई ज़मीनी स्तर पर कंही दूर दूर तक नज़र नहीं आ रही है तो क्या नगर वासियों को यूं ही उनके हाल पर छोड़कर महज रजिस्टरों में ही इस बेअसर हो चुकी एंटीलारवा का छिड़काव किया जाता रहेगा? इसी को लेकर नगर के अनेक सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अब लोग नगर पालिका प्रशासन को खरी खोटी सुना रहे हैं लेकिन इसका भी कोई असर किसी पर होता दिखाई नहीं दे रहा है।

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