छठ पर्व पर अस्त होते सूर्य को दिया अर्ध्य,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा। नगर के रामलीला मैदान में अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को छठ पर्व मनाया जाता है और इस दिन सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। 36 घंटे का निर्जला छठ व्रत रख माता षष्ठी व सूर्य देव को अर्ध्य देकर पुत्र प्राप्ति और पुत्र की दीर्घायु की कामना की जाती है।
नगर के रामलीला मैदान में कृत्रिम तालाब घाट बनाया गया जहां श्रद्धालु एकत्र हुए। भविष्य पुराण में बताया गया है कि भगवान सूर्य को जल देने से आरोग्य और यश की प्राप्ति होती है। छठ महापर्व नहाए खाए के साथ शुरू होता है और दूसरे दिन खरना व तीसरे दिन सूर्य को अस्त होते हुए अर्ध्य दिया जाता है। और चौथे दिन सूर्य उदय होते हुए अर्ध्य दिया जाता है 36 घंटे का निर्जला व्रत रखने से छठ मैया की कृपा होती है। इस दौरान लालबाबू ,कृष्ण कुमार , सुरेश गुप्ता , सुगन यादव ,जितेंद्र कुमार, जयराम , रासविहारी ओझा, मुन्नालाल चौरसिया , आकाश मिश्रा , के वी पंडित , ओमप्रकाश दुबे , सुमंती देवी मिथलेश देवी , दुलारी देवी , संध्या ,राजकुमारी ,तुलसी , दीपा कुमारी ,अनारकली ,कौशल्या आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।