इंसानी जिंदगी के साथ खिलवाड़ जारी सीएमओ साहब ने किए थे झूठे दावे एक सप्ताह बीतने पर भी फर्जी अस्पतालों पर नही हुई कार्यवाही
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : सीएमओ (CMO)द्वारा एक सप्ताह पूर्व नगर व क्षेत्र के फ़र्ज़ी अस्पतालों के विरुद्ध कार्यवाही करने का दावा हवाई साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के इसी रवैये के चलते फ़र्ज़ी लैबो और फ़र्ज़ी अस्पताल धड़ल्ले से अपना काम कर रहे हैं। इंसानी जिंदगी के साथ खिलवाड़ जारी सीएमओ साहब ने किए थे झूठे दावे एक सप्ताह बीतने पर भी फर्जी अस्पतालों पर नही हुई कार्यवाही
एक सप्ताह पूर्व नगर में सरकारी अस्पताल के निरीक्षण को आये सीएमओ (CMO) डॉ कुलदीप सिंह के समक्ष नगर में चल रही फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैबो और झोलाछापो द्वारा चलाये जा रहे अस्पतालों का मुद्दा ज़ोर शोर से उठाया गया था। सी एम ओ ने इस दौरान पत्रकारों को बताया था कि शीघ्र ही एक जांच कमेटी बनाकर इन फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैबो और फ़र्ज़ी अस्पतालों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
फ़र्ज़ी अस्पतालों को सील करने और चार दिन बाद उन्हें पुनः खुलवा दिए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा और सही कार्यवाही अमल में लायी जाएगी तथा ऐसे अस्पताल और फ़र्ज़ी ढंग से चलाए जा रहे सभी पैथोलॉजी लैबो को बंद कराया जाएगा। सी एम ओ के इस दावे को एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक इन फ़र्ज़ी अस्पतालों व फ़र्ज़ी लैबो के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कि गई है। यंहा सवाल उठता है कि जिन अस्पतालों में आएदिन लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जाता रहता है क्या इनके संचालको की पँहुच इतनी अधिक है कि जिले के सबसे बड़े स्वास्थ्य अधिकारी भी इनके सामने मजबूर हो गए हैं या फिर जानबूझ कर इन झोलाछापो को खुली छूट दी गई है। अब इस पूरे खेल की हकीकत क्या है ये तो स्वास्थ्य विभाग ही अच्छी तरह जानता है लेकिन लोगों के बीच स्वास्थ्य विभाग के इस रवैय्ये को लेकर तरह तरह की बातें अक्सर की जाती रहती हैं । कुछ लोगों का तो यंहा तक कहना है कि ये सारे फ़र्ज़ी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के इशारे पर ही चल रहे हैं और विभाग के ही कुछ लोग इन झोलाछापो से सुविधाशुल्क की वसूली करते हैं और इनको खुली छूट देते हैं। देखना होगा कि इन फ़र्ज़ी लैबो और फ़र्ज़ी अस्पतालों को कब तक लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की छूट दी जाती है।