सरकारी अस्पताल पर निजी एम्बुलेंस चालकों की चल रही है मनमानी, एस डी एम से हुई शिकायत,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : निजी एम्बुलेंस चालकों ने जमाया सरकारी अस्पताल पर अपना कब्जा, मरीज़ो को जबरन भर कर ले जाते हैं निजी अस्पतालों में जंहा से इनको भारी कमीशन मिलने की चर्चाएं जोरों पर हैं।
आएदिन नगर के सरकारी अस्पताल पर निजी एम्बुलेंस चालकों तथा मरीज़ो के परिजनों में खींच तान होती देखी जा सकती है। हाल ये है कि निजी एम्बुलेंस में मरीज़ो को भरकर ले जाने के दौरान कई बार ये लोग मरीज़ों के तीमारदारों तो कभी अस्पताल स्टाफ से भी भिड़ जाते हैं। सूत्रों के अनुसार इस सबके पीछे जंहा इन निजी एम्बुलेंस चालकों की कमाई का मामला है।
वंही दूसरी ओर जिन निजी अस्पतालो में ये मरीज़ों को लेकर जाते हैं उन निजी अस्पतालों से इन्हें मरीज़ों को लाने के लिए भरपूर कमीशन मिलता है और अपनी इसी कमाई के लिए ये मरीज़ो को ऐसी जगह भर्ती करा देते हैं जंहा चिकित्सकों द्वारा मरीज़ों का भारी भरकम बिल बनाया जाता है। कुछ समय पहले उपजिलाधिकारी अजय कुमार मिश्रा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए इन सभी निजी एम्बुलेंस संचालकों को चेतावनी देते हुए अस्पताल के आसपास दिखाई न देने का फरमान सुनाया था।
लेकिन दो चार दिन बाद सबकुछ फिर से पहले जैसा ही हो गया और निजी एम्बुलेंस चालकों ने पुनः अस्पताल के गेट पर अपनी अपनी एम्बुलेंस खड़ी कर अस्पताल पर एक तरह से अपना कब्जा जमा लिया। ऐसा ही एक नजारा बुधवार को भी देखने को मिला जब दुर्घटना में घायल युवक नमित कुमार पुत्र कुंवर सिंह को चिकित्सकों ने रैफर किया तो निजी एम्बुलेंस चालक आनन फानन में उसे लेकर जाने लगे इस दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगो ने इसका विरोध भी किया।
इस मामले में चिकित्साअधिक्षक डॉ राजपाल सिंह ने कहा है कि निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी की शिकायतें मिल रही हैं और इसके लिए वह आज ही एक पत्र उपजिलाधिकारी को लिखकर भेज रहे हैं ताकि इन सभी पर सख्त कार्यवाही की जा सके।