राशन कार्ड धारकों की बढ़ीं दिक्कतें
फै़याज़ सागरी
–ई के.वाई.सी. में नहीं आए फिंगर प्रिंट तो कट सकता है यूनिट
कोटेदारों ने ई-केवाईसी करने में जताई असमर्थता उपभोक्ताओं से हो सकता है पंगा
आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन ने लिखा पत्र
शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश में फ्री का राशन लेने वाले उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ने वाली है। सरकार ने कोटेदारों के लिए आदेश जारी कर ई-केवाईसी करने के निर्देश जारी किए हैं। जिसमें उपभोक्ता के यूनिट का फिंगर प्रिंट के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा। जिसमें राशन कार्ड में अंकित सभी यूनिट का फिंगर प्रिंट के माध्यम से सत्यापन अनिवार्य है। अन्यथा राशन कार्ड से यूनिट भी कट सकता है। इस काम की जिम्मेदारी उचित दर विक्रेता (कोटेदारों) को दी गई है। कोटेदारों ने आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से खाद एवं रसद विभाग के आयुक्त को पत्र लिखकर इस काम को किसी सरकारी विभाग द्वारा करिने की गुहार लगाई है। कोटेदारों का कहना है की मशीन पर वैसे भी फिंगरप्रिंट ना आने के कारण दुकानों पर भीड़ लगती है साथ में सभी यूनिट का सत्यापन किया जाना मुश्किल होगा। साथ ही कोटेदारों ने इसके पीछे कई तर्क दिए हैं और कहा है कि सत्यापन के दौरान उपभोक्ताओं से विवाद भी हो सकता है नाम न छापने की शर्त पर कोटेदारों ने बताया कि कोटेदार अगर यूनिट का फिंगर प्रिंट से सत्यापन करेगा तो कई राशन कार्ड धारकों के यूनिट ऐसे होंगे जिनका फिंगरप्रिंट नहीं आएगा और ऐसी स्थिति में उनका यूनिट कट जाएगा और उपभोक्ता इसके लिए कोटेदार को जिम्मेदार ठहराएगा तो विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। कहीं ना कहीं कोटेदारों का तर्क भी सही है कई बार देखा गया है कि उपभोक्ता कई कई बार उचित दर विक्रेता की दुकान पर जाते हैं। लेकिन फिंगर प्रिंट ना आने के कारण उनको राशन मिलना मुश्किल हो जाता है तो फिर सभी यूनिट का फिंगर प्रिंट सत्यापन होने में दिक्कतें आना संभव है। ऐसी स्थिति में तमाम राशन कार्ड धारकों के यूनिट कम होने की संभावना है।