प्रगतिशील छात्र यूनियन ने मनाया महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म दिन,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : महान देशभक्त क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का 117वां जन्म दिवस प्रगतिशील छात्र यूनियन के कैंप कार्यालय रामूवाला गणेश पर मनाया गया।इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि
चंद्रशेखर आजाद और उनकी हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी ने ब्रिटिश उपनिवेशिक शासन और विदेशी लूट के विरुद्ध देश के नौजवानों को गोलबंद किया और आजादी की प्राप्ति के लिए संघर्ष किया। आज देश भर में हर क्षेत्र में विदेशी कंपनियों और उनसे जुड़े भारतीय कॉर्पोरेट की पकड़ और लूट मजबूत होती जा रही है । खेती की लागत की सामग्री व डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, बिजली, खाद्यान्न सामग्री, पानी की बोतल के धंधे, रेल यातायात और मोबाइल सिम पर कारपोरेट और विदेशी कंपनियों का कब्जा है। छोटे व्यापार को भी इनकी ऑनलाइन अपूर्ति बर्बाद कर रही है।
वक्ताओं ने मौजूदा आर एस एस शासन में दलितों महिलाओं व अन्य तरीकों पर मनुवादी ताकतों के बढ़ते हमलों की निंदा की और इसके विरुद्ध संघर्ष खड़ा करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद के जीवन तथा संघर्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद आजादी के सबसे बड़े पक्षधर थे ये 15 वर्ष की उम्र में असहयोग आंदोलन में शामिल हुए थे तथा इन्हें गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने ले जाया गया और इन्होंने बड़ी निर्भीकता के साथ मजिस्ट्रेट की नजरों में नजर डालते हुए जवाब दिए उसने चढ़कर इन्हें नग्न शरीर पर 15 वेदों की सजा सुनाई गई थी। आगे चलकर यही विश्व प्रसिद्ध क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के नाम से प्रसिद्ध हुए इन्होंने कसम खाई थी कि मै जीते जी अंग्रेजों के हाथ नहीं आऊंगा और ना ही मुझे उनके हाथों की मौत गवारा होगी अंत में उन्होंने इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश पुलिस तथा फोर्स के छक्के छुड़ाते हुए तथा गोलियों से भूनते हुए 27 फरवरी 1931 को अंतिम गोली अपने हाथ से अपने सिर में मार कर भारत की जनता को स्वाधीनता दिलाने हेतु अपने प्राण निछावर कर दिए। अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार अंग्रेज चंद्रशेखर आजाद को जीते जी हाथ भी न लगा सके कितने साहसी थे चंद्रशेखर आजाद। लेकिन चंद्रशेखर आजाद के सपनों के भारत का आज भी निर्माण नहीं हुआ तमाम कारपोरेट तथा बड़ी-बड़ी कंपनियों का जीवन के हर क्षेत्र में हस्तक्षेप है और विदेशी कंपनियों को किसान तथा मजदूर को लूटने की खुली छूट दी जा रही है तथा समस्त युवा कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि चंद्रशेखर आजाद के दिखाए हुए रास्ते पर चलकर उनके सपनों को साकार करेंगे तथा अन्याय तथा जुल्म के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। कार्यक्रम में वरुण कुमार, सचिन कुमार, संजय कुमार, जितेंद्र कुमार, पवन कुमार, प्रसनजीत, निखिल कुमार, अभिजीत, रजत, राजकुमार तथा किसान नेता प्रीतम सिंह आदि मौजूद रहे।