तो क्या गोदाम स्वामी व उसके पुत्रों ने खुद अपने गोदाम को आग लगाई थी ?
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : सरकारी मदद लेने के उद्देश्य से गोदाम स्वामी ने खुद गोदाम को आग लगाई जिसमे आसपास मौजूद घरों को भी आग से भरी नुकसान पहुंचा, उक्त शिकायत करने वाले पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने गोदाम स्वामी पूर्व प्रधान व उसके दो पुत्रों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बीते गुरुवार को नगर के सुरजननगर मार्ग स्थित शहनाई मैरिज हाल के निकट बने पिन्नी के गोदाम में भीषण आग लग गई थी। आग इतनी भयंकर थी कि उसकी चपेट में आसपास के कई घर भी झुलस गए थे और इन घरों में भी काफी नुकसान हुआ था। इस मामले में गोदाम के पास रहने वाले रिज़वान पुत्र अशरफ अली ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर गोदाम स्वामी और पूर्व प्रधान फरयाद उर्फ बबलू पुत्र रफीक निवासी रामनगर खागुवाला पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है।
कि उक्त गोदाम अवैध रूप आबादी में बनाया गया है और गोदाम स्वामी व उसके पुत्रों फैसल व शाने आलम द्वारा सरकारी मदद पाने के लिए खुद अपने गोदाम को आग लगाई गई है।तहरीर में कहा गया है कि इस आग अशरफ पुत्र मोहम्मद इशाक, व उनके पुत्र फरयाद के मकान में रखा सभी सामान जलकर नष्ट हो गया जिससे ग्रह स्वामी सड़क पर आ गए हैं। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि गोदाम स्वामी इससे पहले भी अपने गोदाम को आग लगा कर सरकार से मोटी मदद ले चुका है।
पीड़ित ने उक्त गोदाम को अवैध बताते हुए गोदाम स्वामी की चल अचल संपत्ति की जांच कराए जाने की भी बात कही है। कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर कार्यवाही करते हुए गोदाम स्वामी पूर्व प्रधान व उसके दोनो पुत्रो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।